Telegram Web Link
57 minute sukoon se sun loge to life badal jayegi👆
SA20, Final Match....

MI Cape Town vs Sunrisers...
Cup Winner -- 🏆 MI Cape Town 🏆

Jaha Rate mile lagane ka MI lagaao...
Jaha Sunrisers khane mile khao....

Full attacking game khelo bindass
MI Cape Town win karo....

Cheer phaad karte hue khelo...

@BaazigarBaazigar
1 Limit se entry lo abhi....
International League 2025....
Final Match.....


Desert Vipers vs Dubai Capitals...
Cup Winner-- 🏆 Desert Vipers 🏆

Dubai favourite open hua hai Match ki pehli Ball se khate chalo Dubai ko....

Full attacking game khelo Desert Vipers win karo....

Cheer phaad karte hue khelo...

Double Limit game karna hai 1 Limit se start me khao....
Baaki part me use karo...

@BaazigarBaazigar
Double Limit se khela hai to jaha achha lage sirf loss hata lena....

Single Limit se entry hui to non cutting khelna ya fir under 20p loss hatana....
❤️ Last 7/7 Won ❤️

Jeet ka kuch hissa gareebo me nikalte rehna...

@BaazigarBaazigar
इंसान संभाल नहीं पाता कीमती इंसान को,
कभी वहम में तो कभी अपने अहम मे।
.......................जुआ...................

एक गलतफहमी की की हम जीत सकते है।

जुआ एक झूठ की हमारी मुश्किले आसान कर सकता है।

जुआ एक पागलपन जिसमे इंसान किसी की नहीं सुनता।

जुआ एक बीमारी जिसे लग जाए उसका अल्लाह ही मालिक।

जुआ एक गन्दी लत्त एक कच्चा लालच।

जुआ एक वो मौत जिसमे इंसान ज़िन्दा रहता है। लेकिन रोज मर मर के।

जुआ अपनी कब्र अपने हाथों से तैयार करने का नाम।

जुआ रिश्तों और अपनों से दूर कर देने का एक आसान रास्ता।

जुआ एक तड़प जो इंसान का हर रोज़ गला घोंटती है।

जुआ एक नशा जिसके सामने दुनिया का हर नशा फीका पड़ जाता है।

जुआ एक ज़हर जो धीरे धीरे आपको हर रोज मरता है एक साँस को कर्ज़दार बना देता है।

इसमे जो आबाद हुए उनको उंगलियों पे गिन लो।

जो बर्बाद हुए उनका कोई हिसाब नही।
ये घंटो में आपकी सालो की स्तिथी ख़राब कर देना वाला इकलोता ऐब है।

इसमें इंसान हर रोज़ इस उम्मीद से उठता हैं। की आज जीत लेंगे और शाम को उसी उम्मीद का गला घोंट कर सो जाता है।

अपनी ही लाश का बोझ हर रोज उठाता है। इंसान इस गन्दगी में फस कर।

और गलती से जीत भी जाय तो वो खुशी चंद घण्टो की होती है। फिर उसी खुशी को अपनी आँखों से लुटते हुए देखता है।

इसके नुकसान लिखने बैठूँ तो सुबह से शाम हो जाये।
इसके फायदे लिखने की सोचु तो एक अल्फाज़ नहीं मिलता।

इतने नुकसान समझाने के बाद भी अगर आप इस लाइन में रहते हो। इस जुए की दलदल से खुद को आज़ाद नहीं करते हो तो आप इस बीमारी में वेंटिलेटर पे हो मेरे भाई।

बदकिस्मती से मै भी इस गंदगी का हिस्सा हूँ।

लेकिन मै कफ़न बेचता हूँ। मगर किसी के मरने की दुआ नही करता।

मेरी हर कोशिश यही होती है। की लाख समझाने के बाद भी जो इस नशे का इस बीमारी का शिकार हैं। उनका इलाज़ कर सकूं।

मेरे तजुर्बे से मेरी नॉलेज से मेरी मेहनत से अगर आपको जिताने में जरा सा भी कामयाब हो जाता हूँ। तो खुद को ख़ुशनसीब मानता हुँ।

और जब नाकामयाब होता हूँ। तो अपने वजूद से नफ़रत होने लगती है। मुझे।

मेरे तरीक़े कभी कभी ग़लत हो सकते है।
मेरी नियत मे फरेब नही रहा।

मेरा हर कदम आपके हक़ में उठता है।
ना दिल चीर के कभी दिखा पाया हूँ। ना कभी दिखा सकता हूँ।

लोगो ने अपने अपने ख्याल से अपनी समझ के हिसाब से जज किया मुझे। उसपे ना कभी शिकायत रही ना रहेगी।

आप सब मेरा परिवार हो।
आपकी फिक्र थी।
आपकी फिक्र है।
आपकी फिक्र रहेगी।

आपकी परवाह करना मैने हमेशा अपना फर्ज समझा है। और ये फर्ज़ अपनी आखिरी साँस तक निभाता रहूँगा।

आपका और सिर्फ आपका

बाज़ीगर
संघर्षो से लिखी है दास्ताँ जिन्दगी की ,
साजिशों से बुझ जाऊँ , मैं वो चिराग थोड़ी हूँ
2025/10/20 10:47:13
Back to Top
HTML Embed Code: