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د امریکا د کانگرس ځینو غړو د ۲۰۲۶ کال دفاعي بودیجې د طرحې په چوکاټ کې یو نوی تعدیل تصویب کړی، چې له مخې یې د امریکا دفاع وزارت ته د طالبانو له مخالفو پخوانیو افغان نظامیانو سره د استخباراتي معلوماتو شریکولو اجازه ور کول کیږي.

د دغه تعدیل پر بنسټ، د امریکا پوځ له له پخوانيو افغان پوځیانو، پولیسو او نورو وسله والو ډلو سره چې لا هم په افغانستان کې دي او د طالبانو پر ضد مقاومت کوي، استخباراتي معلومات شریکولای شي.

د دغه تعدیل وړاندې کوونکی د امریکا د اریزونا ایالت استازی الي کرېن دی او د تعدیل په متن کې راغلي:«د دفاع وزیر به لکه څنګه چې مناسب ګڼي، د طالبانو ضد پخوانیو افغان پوځیانو، پولیسو او همدارنګه نورو ډلو سره چې د مقاومت په توګه پیژندل کېږي، استخباراتي معلومات شریک کړي.»

په تعدیل کې د پوځي تجهیزاتو ورکول نه دي شامل، یوازې د استخباراتي معلوماتو شکریکول په پام کې نیول شوي دي.

دغه تعدیل به د ګانګرس په راتلونکو ناستو کې وڅېړل شي، خو تر اوسه څرګنده نه ده چې د سنا جرګې او یا هم د ولسمشر دفتر ملاتړ به ترلاسه کړي او که نه.

دغه تعدیل د روانې میاشتې د سپټمبر پر ۹مه نېټه تصویب شوی دی.

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Бывший спецпредставитель Госдепартамента США по афганскому мирному процессу Залмай Халилзад не исключает возможности улучшения отношений США и Талибана и использования авиабазы ​​Баграм

Халилзад заявил о возможности использования авиабазы ​​Баграм для контртеррористических операций США. Он считает, что вопрос использования авиабазы ​​Баграм обусловлен разрешением кризиса с заложниками и заключенными между США и Талибаном.

Бывший спецпредставитель США по Афганистану Залмай Халилзад написал на своей странице X в субботу (20 сентября), что если США и Талибан разрешат проблему пленных, то переговоры между двумя сторонами перейдут на другие этапы, и будут рассмотрены и согласованы другие вопросы.

Он добавил, что в этом случае не исключено использование таких объектов, как Баграм, для совместных операций по борьбе с терроризмом, включая возможность более широкого сотрудничества в области безопасности.

Однако он подчеркнул, что достижение этой цели требует большой работы.
Ранее президент США Дональд Трамп подтвердил, что Вашингтон ведёт переговоры с Талибаном о возвращении базы в Баграме.

Детали этих переговоров все еще обсуждаются.

Газета The Wall Street Journal сообщила в пятницу, что Талибан и США обсудили размещение американских контртеррористических сил на авиабазе Баграм.

Залмай Халилзад ранее заявлял, что проблема пленных и заложников является главным препятствием для развития отношений между Талибаном и США.

زلمی خلیلزاد د افغانستان د سولی پروسی لپاره د امریکا د بهرنیو چارو وزارت ځانګړی استازی د امریکا - طالبانو د اړیکو ښه کیدو او د بګرام هوايي اډې د کارولو امکان منتفي نه ګڼی

خلیلزاد وايي، چې د امریکا د ترهګرۍ ضد عملیاتو لپاره د بګرام هوايي اډې د کارولو امکان شته. خلیلزاد د بګرام هوايي اډې د کارولو موضوع د امریکا او طالبانو ترمنځ د یرغمل شویو کسانو پر سر رامنځته شوې ستونزې د حل سره مشروطه بولي.

د افغانستان لپاره د امریکا پخواني ځانګړي استازي زلمي خلیلزاد نن شنبه د (سپتمبر ۲۰مه) پر اېکس‌پاڼه لیکلي، چې که امریکا او طالبان د یرغمل شويو کسانو په اړوند ستونزه حل کړي، نو د دواړو خواوو ترمنځ خبرې اترې به نورو مرحلو ته لاړې شي او نور مسایل به هم وڅېړل شي او پرې موافقه به ترسره شي.

هغه زیاتوي چې په دې حالت کې د پراخو امنیتي همکاریو د امکان په شمول د ترهګرۍ پروړاندې ګډو عملیاتو لپاره د بګرام په څېر تاسیساتو کارول به رد نه شي.

خو هغه ټینګار کړی چې د دې موخې ترلاسه کول ډېر کار ته اړتیا لري.

له دې وړاندې د متحده ایالاتو ولسمشر ډونالډ ټرمپ تایید کړه، چې واشنګټن د بګرام اډې ته د بېرته راستنیدو لپاره له طالبانو سره په خبرو اترو بوخت دی.

د دې خبرو اترو جزییات لا نه دي خپاره شوي.

وال سټریټ ژورنال د جمعې په ورځ راپور ورکړ چې طالبانو او متحده ایالاتو د بګرام هوايي اډې ته د امریکا د ترهګرۍ ضد ځواکونو د ځای پرځای کولو په اړه خبرې کړي دي.

زلمي خلیلزاد مخکې ویلي وو چې د بندیانو او یرغمل شویو کسانو مسله د طالبانو او متحده ایالاتو ترمنځ د اړیکو د پراختیا اصلي خنډ دی.
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Трио Мандили («женский платок») - грузинский музыкальный коллектив, в состав которого в настоящее время входят Татули Мгеладзе, Тако Циклаури и Мариам Курасбедиани.

Они исполняют полифоническое пение в сопровождении пандури, традиционного грузинского струнного инструмента. Они стали популярны в Грузии после того, как выложили музыкальный клип, в котором исполнили грузинскую народную песню «Апарека». Этот клип собрал более восьми миллионов просмотров.

"د مانډیلي" دری کسیزه هنری ډله "د ښځو د سر شال" نومیږی. دوی د ګرجستان هیواد د موسیقۍ یوه ډله ده چې د ډلي په ترکیب کی دری ښکلی ګرجی نجوني: تاتولي مګیلاډزي، تاکو تسیکلوري، او مریم کوراسبیډیاني ګډون لری.

دوی د پانډوري (کیدای دا به زموږ د تنبور یوه بڼه وی؟) په نوم د ګرجستان دودیز تار آلې سره پولیفونیک سندرې ترسره کوي. دوی په ګرجستان کې هغه مهال مشهور شول، کله چې دوی خپله د موسیقۍ ویډیو اپلوډ کړه چې پکې دوی د ګرجستان یوه فلکلوریکه سندره "اپاریکا" ترسره کړه. دا ویډیو له اتو میلیونو څخه ډیر لیدونه راټول کړي دي.
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Курош Раджаби молодой афганский спортсмен по вольной борьбе на днях в Пакистане в непростом поединке нокаутировал своего пакистанского соперника.

По возвращению на родину в кабульском международном аэропорту победителя приветсвовали и чествоволи сотни поклоников.

Один из его поклонников, Пахлован Сардар (пуштун) в знак признательности Курошу (таджику) подарил машину Мерседес.

(Не пытайтесь разделять афганцев по этническому признаку - это бесполезная затея. Афганцы тысячилетиями между собой связаны стальными узами).

کوروش رجبی ورزشکار جوان افغان به تازگی در یک مسابقه دشوار free - fight در پاکستان حریف پاکستانی اش را به ناک اوت کرد.

پس از بازگشت به وطن، برنده در میدان هوایی بین‌المللی کابل از سوی صدها هوادار مورد استقبال و قدردانی قرار گرفت.

یکی از هوادارانش به نام پهلوان سردار (پشتون) به عنوان سپاسگزاری یک موتر مرسدس بنز را به کوروش (تاجک) هدیه داد.

(سعی نکنید که افغان ها را بر اساس قومیت تقسیم کنید - این یک تلاش بیهوده است. افغان ها هزاران سال است که با بندهای فولادی با هم گره خورده اند.)
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د چین د بهرنییو چارو وزارت ویاند د بګرام هوايي اډې د بیا نیولو په تړاو د امریکا د ولسمشر د څرګندونو په غبرګون کې ویلي، چې بیجینګ د افغانستان د ځمکنۍ بشپړتیا او حاکمیت درناوی کوي. د بګرام هوايي اډې د کارونې یا بیا نیولو پرېکړه یوازې د افغانانو حق دی.

د چین د بهرنیو چارو وزارت ویاند لین جیان نن جمعه د یوه خبري کنفرانس پر مهال د امریکا د ولسمشر ډونالډ ټرمپ د هغه څرګندونو په غبرګون کې چې بېرته به د بګرام هوايي اډه ونیسي وویل:«د افغانستان راتلونکی باید د افغانانو په لاس کې وي.»

لین جیان غوښتنه کړي، چې د سیالۍ پر ځای باید د سیمې د ثبات لپاره رغنده رول ولوبول شي.

نوموړي ویلي، چې چین غواړي په ګاونډیو سیمو کې ثبات ټینګ شي، ځکه دا کار د چین د امنیت او اقتصادي ګټو لپاره خورا مهم دی.

د چین د بهرنیو چارو وزارت ویاند ویلي، چې د بګرام هوايي اډې په اړه د دغه هېواد دریځ روښانه دی او د بګرام هوايي اډې په اړه پرېکړه یوازې د کابل د چارواکو واک دی او باید د پوځي سیالیو پر ځای د ډیپلوماسۍ او ثبات پر لور ګامونه پورته شي.

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В афганском сигменте виртуального мира существует адрес под названием «Аксариат اکثریت» (Большинство), утверждающий, что это политико-интеллектуальная организация, отражающая коллективное политическое мышление своих членов.

"Аксариат" периодически публикует актуальные и отличные, глубокие анализы и мнения о важных политических событиях в Афганистане.

И так, ниже предлагаю вашему вниманию новую весьма интересную публикацию от "Аксариат"

Позиция "Аксариат" (Большинства) по поводу заявлений президента США Дональда Трампа относительно авиабазы ​​Баграм
После 15 августа 2021 года всем афганцам должно было быть ясно, что даже если Америка придёт в Афганистан, то только в своих собственных интересах, а если уйдёт, то только в своих империалистических целях. За исключением нескольких командиров, коррумпированных чиновников и заблудших моджахедов, для простых афганцев Америка — это петля на шее.

Теперь вопрос в том, хотим ли мы повторить провальную и кровавую историю Афганистана или же извлечем уроки из прошлого и на этот раз исправим свои исторические ошибки?

Если целью является только личная выгода, а не извлечение уроков из истории и преданность родине, то ответ на первый вопрос очень прост: еще раз соблазнить Америку прийти, разбомбить Афганистан, обогатить несколько человек, а затем вернуться назад.

Однако, если нашей целью является то, чтобы изменить ход истории и впервые заявить, что мы больше не будем воевать в Афганистане при поддержке какого-либо иностранца, то ответ на первый вопрос для гордого достойного афганца будет: «Нет!»

Ответом на этот вопрос для "Аксариат" (Большинства) будет второй вариант.

По нашему мнению, любые действия в отношении Афганистана, будь то военные или гражданские, которые не принадлежат и не возглавляются местными афганскими национальными политическими организациями и не имеют легитимности принятия и воли соотечественников, являются неприемлемыми.

Мы будем противостоять этому и выступать против этого. Мы хотим проводить политику в Афганистане без иностранной поддержки. Афганистан должен быть завоёван не благодаря разведывательной поддержке с востока и запада, юга и севера, а благодаря независимой политической воле афганцев, и мы верим в это. Мы извлекли уроки из истории, и те группы, которые не извлекут из неё уроков, столкнутся с обвинениями и унижением в глазах афганцев.

Наша оппозиция основана не только на принципах национальной воли и права собственности на нашу землю, но и на исторических ошибках и извлеченных уроках.

Многочисленные горькие примеры прошлого показывают нам, что иностранные военные и невоенные интервенции, какими бы масштабными и обширными они ни были по своей природе и возможностям, и какими бы гуманными они ни были по лозунгам, привели лишь к политической и экономической нестабильности в нашей стране, а единственными бенефициарами стали несколько человек и иностранные компании, связанные с иностранными разведывательными службами.

Нынешний авторитарный режим Талибана также находится у власти при поддержке и покровительстве иностранных спецслужб, и его крах неизбежен с прекращением иностранной поддержки.

Но этот пробел должны заполнить новые организации, основанные на новой национальной идеологии, а не бывшие лидеры джихадистских полевых командиров и их активистов из NGO (так называемых неправительственных организаций). «Большинство» глубоко принципиально не согласно с нынешним авторитарным режимом и считает его марионеточной, незаконной группировкой.

С нашей точки зрения, необходимо долгосрочное решение наших проблем, необходимо предотвратить повторение горьких опытов истории. Мы считаем, что процесс поиска решения может быть инициирован путём создания независимых общенациональных организаций и политических структур Афганистана, посредством конструктивного диалога.

«Большинство» является ведущей организацией в этом процессе и надеется, что другие политические деятели и группы с общенациональными идеями также присоединятся к этому процессу, вдохновленные «Большинством».

د اکثريت په نوم په مجازی نړی کی یو آدرس دی چې ادعا کوي يوه سياسي - فکري ټولګه - سازمان دی چې، د دوی د غړو ګډ سياسي فکر منعکسوي. دوی وخت ناوخت د افغانستان د مهمو سياسي تحولاتو په اړه پر وخت او متفاوت خورا په زړه پوری نظرونه وړاندې کوي.

لاندي ستاسو پاملرنی ته د "اکثریت" نوی لیکنه وداندی کیږی.


د بګرام هوايي اډې په تړاو د امریکا متحده ایالاتونو جمهور رئیس ډونالډ ټرامپ څرګندونو په اړه د اکثریت دریځ

د ۲۰۲۱ کال د اګست له پنځلسمې وروسته باید ټولو افغانانو ته دا څرګنده شوې وي چې امریکا که افغانستان ته راځي هم یوازې د خپلو ګټو لپاره به وي، او که چېرې ځي هم نو یوازې د خپلو امپریالیستي ګټو لپاره به وي. د یو څو قومندانانو، ‌فاسدو چارواکو او بدمذه
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به مجاهدینو نه پرته، د عام افغان لپاره امریکا یوه خپسه ده چې پر ستوني یې ناسته ده.

اوس نو خبره دا ده چې آیا موږ د افغانستان د ناکام او خونړي تاریخ بیاځلې تکرار غواړو او که دا ځل له خپلو تېرو زدکړې کوو او خپلې تاریخي تېروتنې سموو؟

که چېرې موخه یوازې شخصي ګټې وي او له تاریخه زدکړه او وطن نه وي، بیا د لومړنۍ پوښتنې ځواب ډېر اسان دی او هغه دا دی چې امریکا ته یو ځل بیا ځولۍ وغځول شي چې راشي، افغانستان په بمونو فرش کړي، یو څو تنه شتمن کړي او بېرته لاړه شي؛ خو که موخه دا وي چې موږ د تاریخ لوری بدلول غواړو او په لومړي‌ ځل په زغرده وایو چې نور افغانستان کې د هېڅ بهرني په ملاتړ جګړه نه کوو، بیا د لومړنۍ پوښتنې ځواب د یو غیرتي او ننګیالي افغان لپاره “نه!” دی.

د «اکثریت» لپاره د نوموړې پوښتنې ځواب دویم انتخاب دی.

زموږ له نظره د افغانستان په اړه هر ډول ګام، که هغه نظامي وي او که غیرنظامي، چې تر څو یې مالکیت او رهبري د افغانانو د بومي ملي سیاسي سازمانونو سره نه وي او د هېوادوالو د منلو او ارادې مشروعیت ونلري، د منلو وړ ندی.

موږ به یې مخالفت کوو او پر وړاندې به یې درېږو. موږ افغانستان کې بې له بهرني سپانسره سیاست کول غواړو. افغانستان باید د ختیځ او لوېدیځ، سوېل او شمال څخه په استخباراتي ملاتړ نه، بلکې د افغانانو په خپلواکې سیاسي ارادې باندې وګټل شي او موږ په همدې باور لرو. موږ له تاریخه خپله زدکړه کړې، او هغه ډلې چې له تاریخه زدکړه نکوي، د افغانانو پر وړاندې به مخ تورنې او ذلیله وي.

زموږ مخالفت یوازې د ملي ارادې او د خپلې خاورې مالکیت د اصولو پر بنسټ ندی، بلکې د تاریخي تیروتنو او زده کړو پر اساس هم دی.

پخوانۍ ګڼ شمېر ترخې تجربې موږ ته دا راښیي چې بهرني پوځي او غیرپوځي مداخلې، که هرڅومره د څرنګوالي او امکاناتو له نظره پراخې او لویې وي، او د شعارونو له مخې انساني وبرېښي، بیا هم یوازې او یوازې زموږ د هېواد د سیاسي او اقتصادي بې‌ثباتۍ لامل شوي، او ګټه اخیستونکي یې یوازې بهرنیو استخباراتي ادارو پورې اړوند یو څو افراد او بهرني شرکتونه دي.

د طالبانو اوسنی استبدادي رژیم هم د بهرنیو استخباراتي ادارو په ملاتړ او پشتوانه د واک په ګدۍ ناست دی، او د بهرنیو د ملاتړ له بندېدو سره د دوی سقوط حتمي دی. خو دا تشه باید د نوي ملي تفکر پر اساس، نوي جوړ شوي سازمانونه پوره کړي، نه پخواني جهادي جنګسالاران او انجویي څیرې. «اکثریت» د اوسني استبدادي حاکمیت سره ژور اصولي اختلاف لري او دوی ته د یوې نیابتي غیر مشروع ډلې په سترګه ګوري.

زموږ له نظره، زموږ د ستونزو اوږدمهاله حل ته اړتیا ده، د تاریخ د تریخ تکرار د مخنیوي اړتیا ده. موږ باور لرو چې د ملي سازمانونو څخه د خپلواکو افغاني سیاسي جوړښتونو په جوړولو او د رغنده دیالوګ په وسیله د حل لارې بهیر پیلولی شو.

«اکثریت» د دې پروسې مخکښ سازمان دی او هیله لري چې د ملي مفکورې لرونکې نورې سیاسي وګړي او ټولګې هم باید له «اکثریت» څخه په الهام اخېستو دغه بهیر سره یو ځای شي.
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Трамп только что, в своем аккаунте в Truth Social опубликовал пост следующего содержания :

"Если Афганистан не вернет авиабазу Баграм тем, кто ее построил, Соединенным Штатам Америки, ПРОИЗОЙДУТ ПЛОХИЕ ВЕЩИ!!!"


Такое чёткое предупреждение не может быть просто блефом, пустой угрозой или бравадой! Или всё же может?

За восемь месяцев пребывания в Белом доме Д. Трамп уже присоединил Канаду к США, вернул Гренландию, решил украинский кризис и построел огромное казино в Газе.
Теперь будим наблюдать как он вернет Баграм...

Историческая справка :

Аэропорт Баграм в 60 км к северу от Кабула был построен 1950-х годах афганскими и советскими специалистами. В 1976 году там была построена взлётно-посадочная полоса, способная принимать тяжёлые транспортные самолёты и стратегические бомбардировщики.

ټرامپ شیبی مخکی په خپل Truth Social اکونت کی لاندې پوسټ کړی:

"که افغانستان د بګرام هوايي اډه هغو کسانو ته بیرته ورنکړي چې دا یې جوړه کړې وه، یعنې د امریکا متحده ایالات، نو بدې پېښې به رامنځ ته شي!!!
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داسې څرګند خبرداری یوازې لاپی، تش ګواښ یا زړورتیا نشي کیدی! یا کیدای شي؟

په سپینه ماڼۍ کې د خپل اتو میاشتو په موده کې، موږ ولیده چی ډونالډ ټرمپ لا دمخه کاناډا د امریکا سره ضمیمه کړه، ګرینلینډ یې د دنمارک څخه بیرته واخیسته، د اوکرائین کړکیچ یې حل کړ او په غزه کې یې یوه لویه کازینو جوړه کړه. اوس به موږ وګورو چې هغه بګرام څنګه بیرته ترلاسه کوي...

تاریخی یاددښت:

د بګرام هوايي ډګر په ۱۹۵۰ لسیزه کې جوړ شوی. په ۱۹۷۶ کال کې، د درنو ترانسپورتي الوتکو او ستراتیژیکو بمباریو د سمبالولو وړتیا لرونکې الوتکو رن وې ور اضافه شوه. نوموړی اډه د افغان او پخواني شوروي اتحاد د متخصصینو پر مټ جوړی شوی ده.
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اتمر: امنیت شورا د افغانستان ناورین سم تشخیص کړی، خو اراده او حل یې نه درلود

د افغانستان د بهرنیو چارو پخواني وزیر په هغه لیکنه کې چې افغانستان انټرنشنل ته یې لېږلي ویلي،امنیت شورا د افغانستان ناورین سم تشخیص کړی، خو اراده او حل یې نه درلود. هغه زیاتوي د امنیت شورا وروستۍ ناستې وښوده چې ستر قدرتونه د افغانستان په اړه په یوه نظر نه دي.

محمد حنیف اتمر وایي، د پېچلو او له یو بل سره تړلو انساني ، بشري حقونو، اقتصادي، امنیتي او سیاسي ناورینونو په اړه د ملګرو ملتونو ارزونه په بشپړه توګه سمه وه.

د دې سازمان دا ارزونه هم پر ځای ده، چې دې ناورینونو د افغانستان او تر دې ور هاخوا یو (بشپړ توپان) رامنځته کړی؛ ځکه د میلیونونو انسانانو ژوند، په ځانګړي ډول د ټولنې نیمايي برخه له محرومیت، لوږې، د روغتیایي خدمتونو له نشتون او د ژوند له جدي ګواښ سره مخامخ ده،په داسې حال کې چې د ترهګرۍ ګواښ هم لا نه دی مهار شوی.

دا ځل ملګرو ملتونو روښانه کړه چې د طالبانو رهبري په دوه ډلو وېشل شوې ده: لومړی هغه ډله چې د ناورینونو د حل پر وړاندې د واقعي او معقول چلند غوښتنونکې ده، خو کافي ځواک نه لري ( یا نه غواړي خپلې ګتې په خطر کې واچوي) او بله ډله چې واک په لاس کې لري خو د ناورینونو دحل لپاره هېڅ اراده نه لري او بر عکس پر هېواد نور محرومیتونه هم تپي.

خو له دې ټولو سره سره، نه د ملګرو ملتونو سازمان او نه یې د امنیت شورا، له تلپاتې غوښتنو او دایمي شعارونو ورهاخوا، د دې «د ناورینونو یو بشپړ توپان» د مهار لپاره هېڅ عملي برنامه وړاندې نه کړه.

تر دې بد تره لا دا چې، دې ناستې یو ځل بیا د نړېوالې اجماع د ماتې، فکري څو اړخیزوالي او د سترو قدرتونو د نوې سیالۍ د پیل ننداره وړاندې کړه.

د افغانستان د ناورین پر وړاندې ستر قدرتونه په درې برخو وېشل شوي: لومړی برخه له طالبانو سره د مشروط تعامل غوښتونکې ده، دویمه یې له قید او شرط پرته د تعامل غوښتنکې او درېیمه برخه یې له طالبانو سره هر ډول تعامل بې پایلې او مردود بولي.

د افغانستان او نړۍ خلک او همدارنګه هوښیار سیاستوال او واکمنان باید پوه شي چې د سترو قدرتونو دا سیالي به د افغانستان او سیمې لپاره د دې بشپړ طوفان کچه او اړخونه څو چنده لا ژور او نازک کړي.

له دې وړاندې چې ناوخته شي حل په ملي او نړيواله همکارۍ کې پروت دی څو په هېواد کې يو مشروع نظام رامنځته شي؛ داسې نظام چې د ټولو افغانانو حقونه او د ترهګرۍ پر ضد د مبارزې په ګډون د هېواد نړيوالې ژمنې تضمين کړي.

د ملګرو ملتونو تر مشرۍ لاندې د دوحې سياسي بهير بايد د افغان ولس، وړ او باوري سیاسونو په فعاله او معناداره ونډه بيا پيل شي. د ټولو افغانانو د ګډون او يوې پايداره هوکړې لپاره بين‌الافغاني خبرې اترې هم بايد د امنيت شورا او د سيمې د اغېزمنو هېوادونو په بشپړ ملاتړ پيل شي.

که څه هم د بشري مرستو او د بشري حقونو په ډګر کې د ملګرو ملتونو رول او ونډه د ستاینې وړ ده، خو د دې سازمان کړنې په سیاسي برخه کې، په ځانګړي ډول د دوحې په بهیر کې، جدي بیاکتنې ته اړتیا لري. دغه سازمان باید د افغان ولس د واقعي ګډون حق ته درناوی وکړي او د ظالمانه واکمنانو پر وړاندې د درېدو زړورتیا وښيي، حتا که دا کار د سازمان د بنسټیز دریځ او دندې د له لاسه ورکولو په بیه هم تمامیږي.

د افغانستان له خلکو سره بشردوستانه مرستې باید د واقعي اړتیاوو پر بنسټ او د روڼتیا او حساب‌ورکولو د اصولو له مخې بېرته پیل شي.

سربېره پر دې، باید په نړیواله کچه ټول سیاسي او عدلي اقدامات د بشري حقونو د کړکېچ د درولو او د ښځو د محرومیت د لرې کولو لپاره عملي شي او دا حیاتي موضوع باید د «رغنده تعامل» په پلمه له پامه ونه غورځول شي.

https://www.tg-me.com/thegreatcaravaninfo88/14368
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انګلستان، آسټرالیا او کاناډا د فلسطین دولت د یو خپلواک هیواد په توګه په رسمیت وپیژند.

Великобритания, Австралия и Канада признали #Палестину независимым государством.

انگلستان، آسترالیا و کانادا دولت ‎#فلسطین را به عنوان یک کشور مستقل به رسمیت شناختند.
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Доктор Джавед Тюркоглу, историк и политолог, пишущий о международных отношениях, написал всесторонний и ценный анализ продолжающихся баталий о «возвращении» авиабазы ​​Баграм США.

Перевод анализ господина Тюркоглу приведён ниже для внимания читателей канала.

(Стоит отметить, что доктор Туркоглу — афганец и в настоящее время проживает в Турции.)
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Почему Трамп хочет вернуть контроль над Баграмом?

Новая актуализация афганского Баграма следует рассматривать как часть расчётов Трампа не только с Талибаном, но и с Китаем, Россией и Ираном. Эта База представляет собой уникальный пункт наблюдения за Пекином благодаря своей близости к китайскому ядерному объекту в Синьцзяне; она также стратегически важна для контроля южного маршрута России и может стать средством блокады Ирана с востока.

Однако, решительное противодействие администрации Талибана, серьезные предостережения Китая и близость Москвы к администрации Талибана делают военное возвращение в Баграм не только оперативной проблемой, но и прямым источником напряженности между ведущими державами.

С точки зрения США (то что формально декларируется), база обеспечит возможности по борьбе с терроризмом, направленным против ИГИЛ* и «Аль-Каиды»**, однако ее возвращение укрепит образ оккупации в сознании афганского народа и станет дорогостоящим и уязвимым проектом.

На мой взгляд, план Трампа по Баграму — это скорее демонстрация силы внутри США и способ внешнеполитического торга (Deal), чем реальный военный план. На практике, без поддержки НАТО и без подготовки к прямому столкновению с администрацией Талибана, шансы на возобновление работы базы крайне малы.Таким образом, разговоры о Баграме скорее свидетельствуют о попытках Трампа укрепить имидж «сильного лидера» внутри страны и оказать психологическое давление на мировых конкурентов, чем о реальном признаке возвращения США в Афганистан.

Если Талибан позволит США использовать Баграм, это будет противоречить внутренним принципам и легитимности Талибана и увеличит вероятность разногласий среди членов движения.

Учитывая нежелание Талибана передать Баграм, США будут вынуждены вмешаться напрямую для достижения своих целей. Такая операция, особенно в Баграме, технически возможна, но дорогостояща и уязвима, а её успех зависит от неожиданного сопротивления и сложности обстановки на местах.

На мой взгляд, если цели США не будут достигнуты, более вероятны ограниченные и адресные варианты: такие как точечные удары, операции с использованием беспилотников или нападение на ключевых деятелей Талибана. Эти подходы менее затратны и менее рискованны, чем крупномасштабное вмешательство, но могут усилить региональную напряжённость и нестабильность.


دکتور تاریخ و روابط بین المللی جاوید تورک اوغلو در رابطه به بگو مگو های اخیر در رابطه به "واپس گیری" پایگاه هوایی بگرام توسط امریکا تحلیل جامع و در خور توجه نگاشته که در ذیل برای توجه خوانندگان کانال ارایه می گردد.
(قابل یادآوریست که دکتور تورک اوغلو افغان بوده و در حال حاضر در کشور ترکیه به سر می برد)

چرا ترامپ می‌خواهد کنترول پایگاه بگرام را دوباره به دست بگیرد؟

مطرح‌شدن دوبارهٔ پایگاه بگرام در افغانستان را باید بخشی از حساب‌کشی ترامپ نه تنها با طالبان، بلکه با چین، روسیه و ایران دانست. این پایگاه به دلیل نزدیکی با ساحەی عملیاتی هسته‌ای چین در شین‌جیانگ، یک نقطهٔ بی‌همتای نظارتی علیه پکن است؛ همچنان برای کنترول مسیر جنوبی روسیه اهمیت ستراتیژیک دارد و می‌تواند وسیلهٔ محاصرهٔ ایران از سمت شرق باشد.

اما مخالفت قاطع اداره طالبان، هشدارهای تند چین و نزدیکی مسکو با اداره طالبان، بازگشت نظامی به بگرام را نه صرفاً یک مسئلهٔ عملیاتی، بلکه منبع مستقیم تشنج میان قدرت‌های بزرگ می‌سازد.

از نگاه امریکا، این پایگاه توانایی عملیات ضدتروریستی در برابر داعش و القاعده را فراهم می‌کند، ولی بازگشت دوباره در اذهان مردم افغانستان تصویر اشغال را تقویه کرده و پروژه‌ای پرمصرف و آسیب‌پذیر خواهد بود.

از نظر من، طرح بگرام از سوی ترامپ بیشتر از آن‌که یک پلان نظامی واقعی باشد، نمایش قدرت در داخل امریکا و وسیلهٔ چانه‌زنی در سیاست خارجی است. در عمل، بدون حمایت ناتو و بدون آمادگی برای رویارویی مستقیم با اداره طالبان، احتمال فعال‌سازی دوبارهٔ این پایگاه بسیار ضعیف است. پس سخن گفتن از بگرام بیش‌تر به معنای تلاش ترامپ برای تقویت تصویر «رهبر قوی» در داخل و وارد کردن فشار روانی بر رقبای جهانی است تا نشانهٔ واقعی بازگشت امریکا به افغانستان.

اگر طالبان به امریکا اجازه دهد تا از پایگاه بگرام استفاده کند، این اقدام با اصول و مشروعیت داخلی طالبان در تضاد خواهد بود و احتمال بروز شکاف و اختلاف میان اعضای گروه را بیشتر می سازد.

با توجه به عدم تمایل طالبان به واگذاری پایگاه
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بگرام، امریکا برای دستیابی به اهداف خود مجبور به مداخله مستقیم خواهد شد. چنین عملیاتی، به ویژه در بگرام، توانایی فنی دارد اما پرهزینه و آسیب‌پذیر است و موفقیت آن تحت تأثیر مقاومت غیرمنتظره و پیچیدگی‌های میدانی قرار می‌گیرد.

از نظر من، اگر اهداف امریکا محقق نشود، گزینه‌های محدود و هدفمند محتمل‌تر هستند : مانند حملات نقطه‌ای، عملیات طیاره های بی سرنشین، یا هدف قرار دادن افراد کلیدی طالبان. این رویکردها کم‌هزینه‌تر و کمتر ریسک‌زا نسبت به مداخله گسترده‌اند، اما می‌توانند تنش‌ها و ناپایداری منطقه‌ای را افزایش دهند.
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Буддийская ступа IV века н.э. в Топдаре близ Баграма (древний город Каписа) в Афганистане.

د څلورمې میلادي پېړۍ د بودايي سټوپا چې د افغانستان په کاپیسا کې د بګرام لرغوني ښار ته څېرمه په توپ دره کې موقعیت لري.

4th Century A.D Buddhist Stupa at Topdara Near Bagram ( Ancient City of Kapisa ) In Afghanistan

ستوپه ی بودایی قرن ۴ میلادی در توپدره نزدیک بگرام (شهر باستانی کاپیسا) - افغانستان.
فلسطین قبل و بعد از نسل کشی!

Палестина до и после ГЕНОЦИДА!

فلسطین د نسل وژنې څخه مخکې او وروسته!

Palestine before and after the GENOCIDE!
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رویترز گزارش داده است : امریکا در نظر دارد که در این هفته تحریم ها را بر کل محکمه بین المللی جزایی وضع کند.
США рассматривают возможность ввести санкции против всего МУС уже на этой неделе, – Reuters
رویټرز راپور ورکوي چې امریکا په دې اونۍ کې په ټوله ICC (نړیواله جنايي محکمه) باندې د بندیزونه پر لګولو غور کوي.
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2025/10/23 04:21:41
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