✨ चारों धामों (केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) के कपाट बंद होने की तिथियां और समय "2025" इस प्रकार हैं:
🕉 केदारनाथ धामः
कपाट बंद होने की तिथि: 23 अक्टूबर 2025 (गुरुवार)
समयः सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर।
पर्वः भैया दूज/यम द्वितीय पर्व।
🕉 बद्रीनाथ धामः
कपाट बंद होने की तिथि: 25 नवंबर 2025 (मंगलवार)
समयः दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर।
पर्वः भैया दूज/यम द्वितीय पर्व।
🕉 यमुनोत्री धामः
कपाट बंद होने की तिथि: 23 अक्टूबर 2025 (गुरुवार)
समयः दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर।
पर्वः भैया दूज/यम द्वितीय पर्व।
🕉 गंगोत्री धाम:
कपाट बंद होने की तिथि: 22 अक्टूबर 2025 (बुधवार) समयः अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11 बजकर 36 मिनट पर।
पर्वः अन्नकूट पर्व (गोवर्धन पूजा)।
✨ ये तिथियां शीतकाल के लिए कपाट बंद होने की आधिकारिक घोषणा के अनुसार हैं। इसके बाद श्रद्धालु इन धामों में दर्शन नहीं कर पाएंगे, क्योंकि भारी बर्फबारी के कारण यात्रा रोक दी जाती है।
हर हर महादेव 🕉🚩
🕉 केदारनाथ धामः
कपाट बंद होने की तिथि: 23 अक्टूबर 2025 (गुरुवार)
समयः सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर।
पर्वः भैया दूज/यम द्वितीय पर्व।
🕉 बद्रीनाथ धामः
कपाट बंद होने की तिथि: 25 नवंबर 2025 (मंगलवार)
समयः दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर।
पर्वः भैया दूज/यम द्वितीय पर्व।
🕉 यमुनोत्री धामः
कपाट बंद होने की तिथि: 23 अक्टूबर 2025 (गुरुवार)
समयः दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर।
पर्वः भैया दूज/यम द्वितीय पर्व।
🕉 गंगोत्री धाम:
कपाट बंद होने की तिथि: 22 अक्टूबर 2025 (बुधवार) समयः अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11 बजकर 36 मिनट पर।
पर्वः अन्नकूट पर्व (गोवर्धन पूजा)।
✨ ये तिथियां शीतकाल के लिए कपाट बंद होने की आधिकारिक घोषणा के अनुसार हैं। इसके बाद श्रद्धालु इन धामों में दर्शन नहीं कर पाएंगे, क्योंकि भारी बर्फबारी के कारण यात्रा रोक दी जाती है।
हर हर महादेव 🕉🚩
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🌸 उत्तराखंड में स्थित पंच केदार के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने की तिथियाँ और समय 2025 इस प्रकार हैं।
✨ केदारनाथ धामः
कपाट बंद: 23 अक्टूबर को भैयादूज के पावन पर्व पर, सुबह 8:30 बजे।
कपाट बंद होने के बाद, बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ के लिए प्रस्थान करती है।
✨ मद्महेश्वर (मध्यमेश्वर) धामः
कपाट बंद: 18 नवंबर को बंद होंगे।
भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में विराजमान होगी।
✨ तुंगनाथ धामः
कपाट बंद: 6 नवंबर को बंद होंगे।
भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ पहुंचेगी।
✨ रुद्रनाथ धामः
कपाट बंद: 17 अक्टूबर को बंद होने की संभावना है। कपाट बंद होने के बाद भगवान रुद्रनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल गोपेश्वर के गोपीनाथ मंदिर में विराजमान होती है।
✨ कल्पेश्वर धामः
यह एकमात्र केदार है जिसके कपाट वर्ष भर भक्तों के दर्शन के लिए खुले रहते हैं।
ये तिथियाँ हर साल बदलती रहती हैं और इनकी आधिकारिक घोषणा बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) और स्थानीय पंचांग गणना के अनुसार की जाती है
हर हर महादेव 🙏🚩
✨ केदारनाथ धामः
कपाट बंद: 23 अक्टूबर को भैयादूज के पावन पर्व पर, सुबह 8:30 बजे।
कपाट बंद होने के बाद, बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ के लिए प्रस्थान करती है।
✨ मद्महेश्वर (मध्यमेश्वर) धामः
कपाट बंद: 18 नवंबर को बंद होंगे।
भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में विराजमान होगी।
✨ तुंगनाथ धामः
कपाट बंद: 6 नवंबर को बंद होंगे।
भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ पहुंचेगी।
✨ रुद्रनाथ धामः
कपाट बंद: 17 अक्टूबर को बंद होने की संभावना है। कपाट बंद होने के बाद भगवान रुद्रनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल गोपेश्वर के गोपीनाथ मंदिर में विराजमान होती है।
✨ कल्पेश्वर धामः
यह एकमात्र केदार है जिसके कपाट वर्ष भर भक्तों के दर्शन के लिए खुले रहते हैं।
ये तिथियाँ हर साल बदलती रहती हैं और इनकी आधिकारिक घोषणा बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) और स्थानीय पंचांग गणना के अनुसार की जाती है
हर हर महादेव 🙏🚩
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