संसार तुम्हारा है शंभू,
मैं तो केवल भक्त हूँ तुम्हारा....❤🌺✨💫
जय शिव शंभू......🥰
हर हर महादेव 🕉️📿
सुप्रभात.........🌺
#Bhavsar...✍️
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नंदी के कानों तक जब
सच्ची पुकार जाती है ,
तो शिव जी तक बिना कहे ही
बात पहुंच जाती है !!
हर_हर_महादेव 🙏
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ओम में ही आस्था,
ओम में ही विश्वास,
ओम में ही शक्ति,
ओम में ही सारा संसार,
ओम से होती है
अच्छे दिन की शुरुआत,
बोलो ओम नम: शिवाय….🙏🙏
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ओम में ही विश्वास,
ओम में ही शक्ति,
ओम में ही सारा संसार,
ओम से होती है
अच्छे दिन की शुरुआत,
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पढ़ा जगत का हर ज्ञान मिला ना मुक्ति द्वार,
मोक्ष मिला आखिर जो "शिव" नाम पढ़ा एक बार !!
हर हर महादेव 🙏
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मोक्ष मिला आखिर जो "शिव" नाम पढ़ा एक बार !!
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शिवजी को क्यों प्रिय है सावन?
शिवपुराण और पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह महीना भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना है। एक मान्यता है कि माता पार्वती ने सावन के महीने में ही भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तप किया था और सोमवार का व्रत रखा था। भगवान शिव उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार किया था। तभी से सावन के सोमवार का विशेष महत्व है।
समुद्र मंथन
पौराणिक कथा के अनुसार, जब देवता और असुरों ने समुद्र मंथन किया था, तो उसमें सबसे पहले ‘हलाहल’ नामक विष निकला। उस विष से सृष्टि को खतरा था। तब भगवान शिव ने उस विष को पी लिया, जिससे उनका गला नीला हो गया और वे ‘नीलकंठ’ कहलाए। विष के प्रभाव को शांत करने के लिए देवताओं ने उन्हें जल अर्पित किया। तभी से सावन में शिवजी को जल चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई।
🙏🏻 हर हर महादेव 💚 🔱
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शिवपुराण और पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह महीना भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना है। एक मान्यता है कि माता पार्वती ने सावन के महीने में ही भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तप किया था और सोमवार का व्रत रखा था। भगवान शिव उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार किया था। तभी से सावन के सोमवार का विशेष महत्व है।
समुद्र मंथन
पौराणिक कथा के अनुसार, जब देवता और असुरों ने समुद्र मंथन किया था, तो उसमें सबसे पहले ‘हलाहल’ नामक विष निकला। उस विष से सृष्टि को खतरा था। तब भगवान शिव ने उस विष को पी लिया, जिससे उनका गला नीला हो गया और वे ‘नीलकंठ’ कहलाए। विष के प्रभाव को शांत करने के लिए देवताओं ने उन्हें जल अर्पित किया। तभी से सावन में शिवजी को जल चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई।
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यह सावन महादेव के नाम ! ॐ ❤️🩹
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