कुछ ग़मों का होना भी जरूरी है ज़िन्दगी में,
ज़िंदा होने का अहसास बना रहता है।
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हूबहू ज़ुल्फ़ सा
महक जायेंगे हम,

तुम यूँ आये नज़र
तो बहक जायेंगे हम.....!!
बड़े दिन बाद, कोई ज़बाब आया
ये शुक्र है, उसे मेरा ख्याल आया

क्यूं ना निकलें, नींद में आंसू मेरे
बहुत दिन बाद तेरा,ख़्वाब आया

हर एक बूंद में है, एक घर रोशन
मेरे हिस्से में चांद का दाग आया

तुम से नफ़रत भी, लाज़वाब थी
तुम पे इश्क़ भी, बेहिसाब आया ..
लिखना था कि
खुश हैं तेरे बगैर भी यहां हम,
मगर कमबख्त...
आंसू हैं कि कलम से
पहले ही चल दिए। 🥀
कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से,
मगर सभी को शिकायत हवा से होती है।
दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है.
लम्बी है ग़म की शाम, मगर शाम ही तो है.. 🍂
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हमे पता है तुम कहीं और के मुसाफिर हो.. हमारा शहर तो बस यूँ ही रस्ते में आया था! 💔
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न तुम हमें जानो
न हम तुम्हें जानें
मगर लगता है कुछ ऐसा
मेरा हमदम मिल गया..... ❤️
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हम तुम कितने पास हैं कितने दूर हैं चाँद सितारे
सच पूछो तो मन को झूठे लगते हैं ये सारे
हम तुम कितने पास हैं कितने दूर हैं चाँद सितारे
सच पूछो तो मन को झूठे लगते हैं ये सारे
मगर सच्चे लगते हैं ये धरती ये नदिया ये रैना और
और तुम..... ❤️❤️
“छत पर रखा एक चिराग, आसमान को रोशन कर गया
दिवाली की दस्तक क्या हुई, खुशियों से दामन भर गया…”

Happy Diwali 🪔
2024/05/05 09:55:09
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