हमने बोलकर भी देख लिया और
चुप रहकर भी देख लिया
दोनों ही हालातों में उसे कोई फर्क नहीं
पड़ता......🖤🥀
चुप रहकर भी देख लिया
दोनों ही हालातों में उसे कोई फर्क नहीं
पड़ता......🖤🥀
सुखद है... कहना
"अलविदा"
यदि उस क्षण
पलकों पर उपस्थित
हो.... वो अंतिम अश्रु
जो साक्षी हो सके
जीवन के अंतिम दर्द का.......
"अलविदा"
यदि उस क्षण
पलकों पर उपस्थित
हो.... वो अंतिम अश्रु
जो साक्षी हो सके
जीवन के अंतिम दर्द का.......
अब तो तेरा इश्क भूल जाएं तो बेहतर है ।
तू अब लौट कर ना ही आए तो बेहतर है ।।
ज़िन्दगी अब ज़िन्दगी ना रही मगर क्या कहें ।
तेरे साथ जितनी गुजारी उससे तो बेहतर है ।।
तुम कह गए थे खुश रहना मेरे बाद मगर ।
इस तरह की खुशी से तो गम बेहतर है ।।
मुझे छोड़ कर चुना तुमने किसी और को ।
चलो मान लिया तुम्हारे लिए वो बेहतर है ।।
बेशक रुलाती है मगर बेवफ़ा तो नही है ।
तुम्हारे चले जाने से तो तुम्हारी यादें बेहतर हैं ।।....🥀💔
तू अब लौट कर ना ही आए तो बेहतर है ।।
ज़िन्दगी अब ज़िन्दगी ना रही मगर क्या कहें ।
तेरे साथ जितनी गुजारी उससे तो बेहतर है ।।
तुम कह गए थे खुश रहना मेरे बाद मगर ।
इस तरह की खुशी से तो गम बेहतर है ।।
मुझे छोड़ कर चुना तुमने किसी और को ।
चलो मान लिया तुम्हारे लिए वो बेहतर है ।।
बेशक रुलाती है मगर बेवफ़ा तो नही है ।
तुम्हारे चले जाने से तो तुम्हारी यादें बेहतर हैं ।।....🥀💔
गलत कौन था पता नहीं
पर खोया सब कुछ मैंने ही।।💔🥺
पर खोया सब कुछ मैंने ही।।💔🥺
मैने उससे मोहब्बत नहीं की थी
उसने करवाई थी
एक एक दिन, एक एक पल लगे थे
उसपे यकीन करने में
एक एक धड़कन लग गई थी खुद को समझने में
वो मेरी हर बात का ख्याल रखता था
मेरी हर हंसी हर आंसू का हिसाब रखता था
मुझे महज पाने के लिए , इतना प्यार दिया उसने
की जिस पल उससे मोहब्बत हुई मुझे , मै उसके पीछे पागल सी हो गई,अब देखती हूं उसे कि वक्त के साथ कैसे वो बदल गया, न जाने पहले से ऐसा था या अब कोई और भा गया , मुझे नही करनी थी किसी से मोहब्बत , मुझे नही चाहिए था दर्द जिन्दगी में, पर उसे देख कर सब भूल गई ❤️🥀
उसने करवाई थी
एक एक दिन, एक एक पल लगे थे
उसपे यकीन करने में
एक एक धड़कन लग गई थी खुद को समझने में
वो मेरी हर बात का ख्याल रखता था
मेरी हर हंसी हर आंसू का हिसाब रखता था
मुझे महज पाने के लिए , इतना प्यार दिया उसने
की जिस पल उससे मोहब्बत हुई मुझे , मै उसके पीछे पागल सी हो गई,अब देखती हूं उसे कि वक्त के साथ कैसे वो बदल गया, न जाने पहले से ऐसा था या अब कोई और भा गया , मुझे नही करनी थी किसी से मोहब्बत , मुझे नही चाहिए था दर्द जिन्दगी में, पर उसे देख कर सब भूल गई ❤️🥀
तू वफ़ा की किताब में था ही नहीं,
हम ही हर पन्ना तुझे समझते रहे।
दिल जलाते रहे तेरी यादों में हम,
और तू गैरों के साथ हँसते रहे।
तेरे झूठ पे भी ऐतबार किया,
हर धोखे को प्यार समझ बैठे।
तू खेलता रहा जज़्बातों से,
हम तुझे अपना संसार समझ बैठे।
अब न शिकवा है, न कोई मलाल,
बस सबक बन गई है तेरी कहानी।
जिसे समझा था मुक़द्दर अपना,
वो निकला सिर्फ़ एक पुरानी निशानी।🥀✨
हम ही हर पन्ना तुझे समझते रहे।
दिल जलाते रहे तेरी यादों में हम,
और तू गैरों के साथ हँसते रहे।
तेरे झूठ पे भी ऐतबार किया,
हर धोखे को प्यार समझ बैठे।
तू खेलता रहा जज़्बातों से,
हम तुझे अपना संसार समझ बैठे।
अब न शिकवा है, न कोई मलाल,
बस सबक बन गई है तेरी कहानी।
जिसे समझा था मुक़द्दर अपना,
वो निकला सिर्फ़ एक पुरानी निशानी।🥀✨
तुम सोचते हो मैं मज़ाक में जी रही हूँ,
मैं हर लम्हे को जैसे ज़हर पी रही हूँ।
तेरी याद की वो राख अब तक सुलगती है,
जो बुझ गई आँखें, वही रात जगती है।
मैं तो मुस्कुरा दूँगी, तुम ना सह पाओगे,
ये दर्द वो है जो लफ्ज़ों में ना आ पाए।
इस दिल की तन्हाई को मत आज़माओ,
कभी खुद पर बीते तो पूछना मुझसे 'क्यों' रो पड़ोगे।,,,,,😥🖤
मैं हर लम्हे को जैसे ज़हर पी रही हूँ।
तेरी याद की वो राख अब तक सुलगती है,
जो बुझ गई आँखें, वही रात जगती है।
मैं तो मुस्कुरा दूँगी, तुम ना सह पाओगे,
ये दर्द वो है जो लफ्ज़ों में ना आ पाए।
इस दिल की तन्हाई को मत आज़माओ,
कभी खुद पर बीते तो पूछना मुझसे 'क्यों' रो पड़ोगे।,,,,,😥🖤