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भारत में कुष्ठ रोग: रोग-मुक्त भविष्य की ओर
भारत सरकार ने कुछ सार्वजनिक उपक्रमों (PSUs) को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन, मुनाफे और रणनीतिक महत्व के आधार पर ‘नवरत्न’ का दर्जा दिया है। इसका उद्देश्य उन्हें अधिक स्वायत्तता देकर वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है।

ये कंपनियां भारत की आर्थिक प्रगति और आत्मनिर्भरता की मजबूत आधारशिला हैं
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🔆 “The Clash Within” – मार्था सी. नुसबाम
📘 लोकतंत्र, धार्मिक सहिष्णुता और नैतिक समाज

भारतीय लोकतंत्र पर
🗨️ “भारत का लोकतंत्र पश्चिम से मिला हुआ उपहार नहीं है, बल्कि इसकी अपनी नैतिक परंपराओं में निहित उपलब्धि है।”
📌 निबंध में उपयोग: लोकतांत्रिक स्थिरता, भारतीय राजनीति, सभ्यतागत मूल्य

धार्मिक सौहार्द पर
🗨️ “धार्मिक हिंसा अपरिहार्य नहीं है; यह भारत की लंबे समय से चली आ रही सहिष्णु नैतिक परंपरा के साथ विश्वासघात है।”
📌 निबंध में उपयोग: धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, समाज में नैतिकता

नागरिकता पर
🗨️ “लोकतंत्र तभी फलता-फूलता है जब नागरिक एक-दूसरे को प्रतिद्वंद्वी नहीं, बल्कि समान नागरिक के रूप में देखते हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: नागरिकता, संवैधानिक नैतिकता, समावेशिता

शिक्षा और नैतिकता पर
🗨️ “शिक्षा को आलोचनात्मक सोच और करुणा की क्षमता विकसित करनी चाहिए — दोनों ही लोकतंत्र के अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: मूल्य शिक्षा, नैतिकता, लोकतांत्रिक संस्थाएँ

न्याय पर
🗨️ “किसी लोकतंत्र की असली कसौटी यह है कि वह अपने अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार करता है।”
📌 निबंध में उपयोग: सामाजिक न्याय, शासन, मानव अधिकार

#essay

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🔆 देशव्यापी आउटरीच: 34 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में मछुआरों और नीति निर्माताओं को जोड़ना

📍 मुख्य तथ्य
मछली पालन विभाग (DoF), मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा अप्रैल से सितंबर 2025 तक आयोजित।
34 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 15,000 से अधिक मछुआरे और मछली किसान ने डॉ. अभिलाक्ष लिक्खी, सचिव, DoF के नेतृत्व में वर्चुअल फीडबैक सत्रों में भाग लिया।
उद्देश्य: भारत के मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर रोडमैप के निर्माण के लिए जमीनी आवाज़ को कैप्चर करना।
तटीय, अंतर्देशीय, पहाड़ी, द्वीप और पूर्वोत्तर क्षेत्र को कवर किया गया, लगभग हर जिले का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया।

📍 हितधारक फीडबैक मुख्य बिंदु
गुणवत्तापूर्ण मछली के बीज, ब्रूड बैंक, किफायती चारा और स्थानीय चारा मिल की आवश्यकता पर जोर।
बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की मांग: परिवहन, केज कल्चर, कोल्ड स्टोरेज, मिनी हैचरी, सौर एकीकरण और एक्वाकल्चर लॉजिस्टिक्स
सुरक्षा और मौसम सलाह के लिए ड्रोन, ट्रांसपोंडर और टेक-आधारित उपकरणों के उपयोग का समर्थन।
समर्पित मछली बाजार, प्रसंस्करण संयंत्र और आधुनिक कोल्ड चेन सिस्टम पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) का विस्तार सीवीड, सजावटी मछली और मोती पालन को शामिल करने के लिए सुझाया।

📍 क्षेत्र अवलोकन
मत्स्य पालन – 3 करोड़ आजीविका को बनाए रखने वाला सूर्योदय क्षेत्र; भारत दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक है, जो वैश्विक उत्पादन में 8% का योगदान देता है।
2015 से, सरकार ने ₹38,572 करोड़ के निवेश को मंजूरी दी है, जिससे मछली उत्पादन 195 लाख टन (2023-24) तक पहुंचा है, 8.74% वार्षिक वृद्धि के साथ।
DoF निर्यात और स्थानीय मूल्य श्रृंखलाओं को बढ़ावा देने के लिए क्लस्टर-आधारित एक्वाकल्चर हब और FFPOs को प्रोत्साहित कर रहा है।

📍 दृष्टि
यह फीडबैक समावेशी, सतत और किसान-केंद्रित 5-वर्षीय रोडमैप को आकार देगा, जो विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण के अनुरूप होगा।

📍 मुख्य प्रश्न:
सतत नीली वृद्धि के संदर्भ में भारत के मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर क्षेत्र को मजबूत करने में सहभागी नीति ढांचों के महत्व पर चर्चा करें।

#BlueEconomy #economy #science_technology  #FisheriesDevelopment
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🔆 माई भारत–राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) पुरस्कार 2022–23

📍 समाचार में
भारत के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में माई भारत–राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) पुरस्कार 2022–23 प्रदान किए।
ये पुरस्कार NSS इकाइयों, कार्यक्रम अधिकारियों, और स्वयंसेवकों द्वारा उत्कृष्ट स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा को सम्मानित करते हैं।

📍 पुरस्कार के बारे में
परिचय: 1969  संस्थापक: युवा मामले और खेल मंत्रालय (1993–94)
उद्देश्य: NSS के तहत सामुदायिक विकास में निःस्वार्थ योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को पहचानना और पुरस्कृत करना।
पुरस्कार श्रेणियाँ:
NSS इकाइयाँ: 10 पुरस्कार; प्रत्येक इकाई को कार्यक्रम विकास के लिए ₹2,00,000 और एक ट्रॉफी मिलती है।
कार्यक्रम अधिकारी: 10 पुरस्कार; प्रत्येक अधिकारी को ₹1,50,000 के साथ एक रजत पदक और प्रमाणपत्र मिलता है।
NSS स्वयंसेवक: 30 पुरस्कार; प्रत्येक स्वयंसेवक को ₹1,00,000, एक रजत पदक, और प्रमाणपत्र मिलता है।

📍 राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के बारे में
शुरुआत: 1969 (महात्मा गांधी की जन्म शताब्दी के दौरान)।
प्रकार: युवा मामले और खेल मंत्रालय के तहत केंद्रीय क्षेत्र योजना।
उद्देश्य: स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा के माध्यम से छात्र युवाओं के व्यक्तित्व और चरित्र का विकास करना।
मंत्र: “NOT ME, BUT YOU” (‘स्वयं से पहले आप’) — गांधीवादी आदर्शों से प्रेरित निःस्वार्थ सेवा और सामाजिक जिम्मेदारी।
पैमाना: भारत भर में 40 लाख से अधिक स्वयंसेवक

📍 मुख्य फोकस क्षेत्र
ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता और शिक्षा पहल।
स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, और पोषण कार्यक्रम।
पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान।
महिला सशक्तिकरण और आर्थिक विकास गतिविधियाँ।
प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्य
सामाजिक जागरूकता अभियान जो समावेशन और नागरिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देते हैं।

💡 मुख्य प्रश्न:
राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की युवाओं की भागीदारी को राष्ट्र निर्माण और सामुदायिक विकास में बढ़ावा देने में महत्ता पर चर्चा करें।

#goverment_schemes

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🔆 “Why Gandhi Still Matters” – राजमोहन गांधी
📘 नेतृत्व, नैतिकता और लोकतंत्र

गांधी की प्रासंगिकता पर
🗨️ “गांधी के विचार अतीत की धरोहर नहीं हैं, बल्कि वर्तमान के तूफ़ानों में दिशा दिखाने वाले मार्गदर्शक हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: नैतिकता, सुशासन, अहिंसा, आधुनिक नेतृत्व

शक्ति और नैतिकता पर
🗨️ “उन्होंने दिखाया कि शक्ति बिना क्रूरता और अधिकार बिना अहंकार के भी प्रयोग की जा सकती है।”
📌 निबंध में उपयोग: नेतृत्व, राजनीति में नैतिकता, सिविल सेवा आचरण

लोकतंत्र पर
🗨️ “सच्चा लोकतंत्र केवल सिरों की गिनती नहीं मांगता, बल्कि अंतःकरण की जागरूकता मांगता है।”
📌 निबंध में उपयोग: लोकतांत्रिक मूल्य, भागीदारीपूर्ण शासन, सार्वजनिक जीवन में नैतिकता

न्याय पर
🗨️ “गांधी मानते थे कि कहीं भी अन्याय, हर जगह न्याय को कमज़ोर करता है।”
📌 निबंध में उपयोग: सामाजिक न्याय, मानव अधिकार, समानता

अहिंसा पर
🗨️ “अहिंसा गांधी की कमजोरी नहीं थी, बल्कि उनकी सबसे बड़ी शक्ति थी।”
📌 निबंध में उपयोग: संघर्ष समाधान, शांति, नैतिक शासन

#essay

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दुनिया का इकलौता फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस, श्रीनगर के डल झील पर तैरता हुआ, अपने आप में एक अनोखा आकर्षण है।

यह पोस्ट ऑफिस एक सुंदर हाउसबोट में बना है और 2011 में फिर से खोला गया था। पहले इसे नेहरू पार्क पोस्ट ऑफिस कहा जाता था।

यहाँ से भेजे गए पत्रों और पोस्टकार्ड्स पर डल झील और शिकारा की खास मुहर लगती है — जो इसे संग्रहणीय बनाती है।
डाक सेवाओं के साथ-साथ यहाँ एक छोटा डाक संग्रहालय भी है, जहाँ पुराने टिकट और ऐतिहासिक डाक दस्तावेज़ प्रदर्शित हैं।
डल झील की लहरों पर तैरता यह पोस्ट ऑफिस केवल एक भवन नहीं, बल्कि कश्मीर की रचनात्मकता, परंपरा और पर्यटन का प्रतीक है।
हर साल हजारों सैलानी यहाँ आते हैं, सिर्फ इस अनुभव को जीने — एक तैरते पोस्ट ऑफिस से पोस्टकार्ड भेजने के लिए।
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🔆 “The Difficulty of Being Good” – गुरचरण दास
📘 नैतिकता, नेतृत्व और सार्वजनिक जीवन में धर्म

नैतिकता पर
🗨️ “अच्छा होना नियमों का पालन करना नहीं है, बल्कि अपने कर्मों के परिणामों को समझना है।”
📌 निबंध में उपयोग: सुशासन में नैतिकता, नैतिक दुविधा, सिविल सेवा मूल्य

धर्म पर
🗨️ “धर्म कोई स्थिर संहिता नहीं है; यह सही करने के सतत संघर्ष का नाम है।”
📌 निबंध में उपयोग: निर्णय-निर्माण, कर्तव्य बनाम भावना, भारतीय दर्शन

नेतृत्व पर
🗨️ “अच्छा नेता वह नहीं जो त्रुटिहीन हो, बल्कि वह है जिसमें अपनी त्रुटियों का सामना करने का साहस हो।”
📌 निबंध में उपयोग: ईमानदारी, जवाबदेही, नैतिक नेतृत्व

न्याय पर
🗨️ “धर्म की असली परीक्षा उन लोगों के प्रति करुणा में है जो आपसे कमजोर हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: सामाजिक न्याय, कल्याणकारी राज्य, प्रशासन में संवेदना

आधुनिक समाज पर
🗨️ “सफलता की दौड़ में हमने आत्मचिंतन की आदत खो दी है।”
📌 निबंध में उपयोग: भौतिकवाद, कार्य संस्कृति, महत्वाकांक्षा बनाम नैतिकता

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🔆 9 अक्टूबर 2025 – करंट अफेयर्स राउंड-अप

🔆 RBI जंक्शन
केंद्रीय और राज्य सहकारी बैंक को RBI के ओम्बड्समैन योजना के तहत 1 नवंबर 2025 से लाया गया, जिससे उपभोक्ता शिकायत कवरेज बढ़ा।

🔆 अंतरराष्ट्रीय
ILO रिपोर्ट 2025 चेतावनी देती है कि असमानता और अविश्वास अभी भी वैश्विक सामाजिक न्याय में बाधा हैं, हालांकि 1995 से गरीबी और बाल श्रम में बड़ी गिरावट आई है।

🔆 राष्ट्रीय
नीति आयोग ने ट्रेड वॉच क्वार्टरली (Q4 FY 2024-25) जारी की — भारत का व्यापार $441 बिलियन (+2.2% YoY); नॉर्थ अमेरिका शीर्ष निर्यात बाजार।
लखनऊ ने उत्तर प्रदेश के जनकाहा में भारत का पहला पशु जन्म नियंत्रण प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया।
भारत की पहली रेड लिस्ट IUCN कांग्रेस में जारी की गई।
PM-KISAN 21वीं किस्त: बाढ़ प्रभावित जम्मू-कश्मीर के किसानों के लिए ₹171 करोड़ जारी।
PM-KUSUM योजना संभवतः बढ़ाई जाएगी; ₹34,422 करोड़ समर्थन के साथ 34,800 मेगावाट सौर क्षमता का लक्ष्य।
राष्ट्रीय ऊंट स्थिरता पहल शुरू; 2026 से 22 जून को विश्व ऊंट दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
NaMo सेमीकंडक्टर लैब IIT भुवनेश्वर में स्वीकृत।
कोलकाता को सबसे सुरक्षित भारतीय शहर (4वां वर्ष लगातार) का दर्जा मिला – NCRB।
4ठा कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन 2025 नई दिल्ली में "अशांत समय में समृद्धि की खोज" विषय पर आयोजित।

🔆 रक्षा
DRDO ने भारतीय रेडियो सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर स्टैंडर्ड 1.0 जारी किया, जो एकीकृत रक्षा संचार के लिए है।

🔆 MoUs
Netflix, TIICT & FICCI ने भारत में रचनात्मक तकनीकी प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी की।
IFCCI & नीति आयोग ने स्कूलों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सहयोग किया – 3रा IFCCI CSR कनेक्ट डे 2025।
RPF, NDRF & IRIDM ने रेलवे आपदा प्रतिक्रिया को मजबूत करने के लिए MoU पर हस्ताक्षर किए।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय & IIT पलक्कड़ ने PM विकास योजना के तहत कौशल विकास के लिए MoU किया।

🔆 राज्य
Eli Lilly तेलंगाना में $1 बिलियन का निवेश करेगी, वैश्विक फार्मा सप्लाई के लिए।
उत्तराखंड ने अल्पसंख्यक विधेयक पारित किया, मदरसा बोर्ड को समाप्त करने वाला पहला राज्य बना।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अभिजात मराठी OTT प्लेटफॉर्म लॉन्च किया।

🔆 महत्वपूर्ण दिवस
भारतीय वायु सेना दिवस 2025 8 अक्टूबर को मनाया गया।

🔆 पुरस्कार और पुस्तकें
सुसुमु किटागावा, रिचर्ड रॉबसन और ओमार याघी को 2025 का रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार मिला, मेटल-ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क्स के लिए।
चंद्रशेखर और ब्रायन लारा को CEAT लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला।
हरिंदर बावेजा ने पुस्तक "They Will Shoot You, Madam." जारी की।

🔆 खेल
अमन सेहरावत – पेरिस ओलंपिक्स कांस्य पदक विजेता – विश्व चैंपियनशिप में वजन मिस करने पर 1 वर्ष के लिए निलंबित।
लिन्थोइंगनबा चानम्बम ने भारत का पहला जूडो जूनियर विश्व चैंपियनशिप पदक जीता।
जॉर्ज रसेल ने F1 सिंगापुर GP जीता, मैकलारेन ने कंस्ट्रक्टर्स टाइटल हासिल किया।

#Currentaffairs
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🔆 “Ethics in Governance” – द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग (ARC)
📘 सुशासन, नैतिकता और जवाबदेही

सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी पर
🗨️ “शासन में नैतिकता का अर्थ है सार्वजनिक शक्ति को सार्वजनिक सेवा में परिवर्तित करना।”
📌 निबंध में उपयोग: सिविल सेवा मूल्य, सुशासन, जवाबदेही

पारदर्शिता पर
🗨️ “खुलापन और पारदर्शिता लोकतंत्र की प्राणवायु हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: सूचना का अधिकार (RTI), भागीदारीपूर्ण शासन, जिम्मेदारी

नेतृत्व और उदाहरण पर
🗨️ “शीर्ष स्तर पर नैतिक आचरण पूरे तंत्र में ईमानदारी की संस्कृति स्थापित करता है।”
📌 निबंध में उपयोग: नेतृत्व, कार्य संस्कृति, संस्थागत नैतिकता

शासन सुधार पर
🗨️ “लोक सेवा को विशेषाधिकार नहीं, बल्कि उत्तरदायित्व के रूप में देखा जाना चाहिए।”
📌 निबंध में उपयोग: प्रशासनिक सुधार, नैतिक प्रशासन, कर्तव्यनिष्ठा

नागरिकों और विश्वास पर
🗨️ “विश्वास प्रभावी शासन की नींव है, और नैतिकता वह सीमेंट है जो इसे जोड़कर रखती है।”
📌 निबंध में उपयोग: शासन, सार्वजनिक जवाबदेही, सामाजिक अनुबंध

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🔆 कोएप्पेन की जलवायु वर्गीकरण 🌦️

📍 समीक्षा:
कोएप्पेन जलवायु वर्गीकरण, जिसे व्लादिमीर कोएप्पेन ने विकसित किया, दुनिया की जलवायु को वर्गीकृत करने के लिए सबसे व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला अनुभवजन्य प्रणाली है।
इसे अनुभवजन्य इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह प्रेक्षित डेटा (तापमान, वर्षा, वनस्पति) पर आधारित है, न कि सैद्धांतिक तर्क पर।

📘 वर्गीकरण का आधार:
🌿 कोएप्पेन ने जलवायु और प्राकृतिक वनस्पति के बीच गहरा संबंध पहचाना।
🌡️ उन्होंने वनस्पति क्षेत्रों के अनुरूप विशिष्ट तापमान और वर्षा की सीमाएं चुनीं और उनका उपयोग जलवायु वर्गीकृत करने के लिए किया।

📍 प्रमुख जलवायु समूह:
कोएप्पेन ने पांच प्रमुख जलवायु समूह पहचाने —
🔸 A, C, D, E → आर्द्र जलवायु (मुख्य रूप से तापमान द्वारा वर्गीकृत)
🔸 B → शुष्क जलवायु (मुख्य रूप से वर्षा द्वारा वर्गीकृत)

📍 प्रतीक और उपविभाजन:

🌦️ शुष्कता का मौसमीपन (छोटे अक्षर):
f → कोई शुष्क मौसम नहीं
m → मानसून जलवायु
w → सर्दियों का शुष्क मौसम
s → गर्मियों का शुष्क मौसम

🌡️ तापमान की तीव्रता (छोटे अक्षर):
a, b, c, d → क्रमशः ठंडी जलवायु या छोटे गर्मियों को दर्शाते हैं

🏜️ शुष्क (B) जलवायु के अंतर्गत उपप्रकार (बड़े अक्षर):
S → स्टेप्प (अर्ध-शुष्क)
W → रेगिस्तान (शुष्क)

#Geography
🔆 भारत में मूल संरचना सिद्धांत और लोकतंत्र की सुरक्षा 🇮🇳

📍 प्रश्न 9. भारतीय संविधान में कार्यपालिका और विधायिका द्वारा बहुमतवादी शासन को रोकने में मूल संरचना सिद्धांत की भूमिका पर चर्चा करें। इस संवैधानिक सिद्धांत के महत्व और सीमाओं दोनों को उजागर करें। (15 अंक)

📘 परिचय:
मूल संरचना सिद्धांत भारतीय न्यायपालिका द्वारा 24 अप्रैल 1973 को केसवनंद भारती मामले में पेश किया गया था ताकि संसद की संविधान के मूल ढांचे में संशोधन करने की शक्ति को सीमित किया जा सके।
मुख्य घटक: कानून का शासन, संप्रभुता, न्यायिक समीक्षा, शक्तियों का पृथक्करण, धर्मनिरपेक्षता आदि।

🧾 उदाहरण: किहोटो होल्लोहन मामला (1993) — मूल संरचना के हिस्से के रूप में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव और संप्रभु, लोकतांत्रिक, गणतांत्रिक संरचना को बनाए रखा।

📍 बहुमतवादी शासन को रोकने में मूल संरचना की भूमिका:
लोकतंत्र में संप्रभुता जनता को निहित होती है, लेकिन अपर्याप्त बहुमत शक्ति अत्याचार की ओर ले जा सकती है।
केसवनंद भारती निर्णय (1973) ने एक स्थायी सुरक्षा स्थापित की — “यहां तक कि विशेष बहुमत से पारित संवैधानिक संशोधन भी यदि मूल संरचना का उल्लंघन करता है तो उसे रद्द किया जा सकता है।”
➡️ इसलिए, यह संवैधानिक तानाशाही के खिलाफ एक ढाल के रूप में कार्य करता है।

📍 महत्व:
1️⃣ मूल अधिकारों की सुरक्षाकेसवनंद भारती बनाम केरल राज्य (1973)
2️⃣ न्यायिक समीक्षा को मजबूत कियाइंदिरा नेहरू गांधी बनाम राज नारायण (1975)
3️⃣ लोकतंत्र की सुरक्षामिनर्वा मिल्स लिमिटेड बनाम भारत संघ (1980)
4️⃣ सततता और स्थिरतावामन राव बनाम भारत संघ (1981)
5️⃣ समावेशी शासनएस.आर. बोम्मई बनाम भारत संघ (1994) (धर्मनिरपेक्षता की पुष्टि)
6️⃣ जीवंत संविधान – प्रगतिशील और परिवर्तन के अनुकूल।

📍 सीमाएं:
⚠️ न्यायिक अतिक्रमण: एस.पी. गुप्ता बनाम भारत संघ (1981) — विधायी क्षेत्र में हस्तक्षेप के रूप में देखा गया।
⚠️ अस्पष्टता: कोई निश्चित परिभाषा नहीं; कुलदीप नायर (2006) आदि में विभिन्न व्याख्याएं।
⚠️ शक्ति संतुलन के मुद्दे: आई.आर. कोएलो (2007) — न्यायपालिका और विधायिका के बीच तनाव।
⚠️ संसदीय संप्रभुता के साथ संघर्ष: एस.आर. बोम्मई (1994) ने सीमाओं को फिर से उजागर किया।
⚠️ कार्यान्वयन चुनौतियां: इंद्रा साहनी बनाम भारत संघ (1992) में आरक्षण पर देखी गई।

📍 निष्कर्ष:
➡️ मूल संरचना सिद्धांत संविधान की आत्मा के जीवित रहने को सुनिश्चित करता है और तानाशाही के खिलाफ एक ढाल के रूप में कार्य करता है।
➡️ यह पुनः पुष्टि करता है कि संविधान की आत्मा सदैव बनी रहनी चाहिए।

#GS2 #Answer
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2025/10/24 05:32:01
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