Telegram Web Link
अबकी बरसात का पानी ज़रा नमकीन लगा.
कोई रोया है शायद बादलों में फूट फूट के.
😢3813👍6🔥1
मुझसे इस बात पे नाराज़ है ज़ीस्त मेरी.
मेरे पास वक़्त ही नहीं है जीने के लिए.
👍1917🔥1
सोचा है अब कारे मसीहा ना करेंगे
वो खून भी थूकेगा तो परवाह न करेंगे ..
11😢6
मौसम में देख आज फिर नमी सी है,
में हूं,चाय है बस तेरी कमी सी है..❤️
26
सब्र रखते है...बड़े ही सब्र से...💓
__💔
वरना तेरे इन्तेज़ार के लम्हें बड़े जानलेवा हैं ...🖤🥀
🔥121
वो चला गया तो साँसें तो बाक़ी हैं, मगर,
दिल से पूछो — क्या मैं अब भी हयात में हूँ?
21
दग़ाबाज़ लोगों की यादें.,
बड़ी वफ़ादार होती है..!!
👍2617
कितना बेबस हो जाता है...इंसान ???
कहने के लिए बहुत सी बातें हो...
दिल में...
पर किसी से कह ना पाये...💔🥺
31👍2
रोज करता हूं.,
मैं मरम्मत खुद की....!!#

~×~

रोज निकल आती हैं.,
नई दरारें मुझ में.....!!#
16🔥9😢4
क्या उस एक की तलब छोड़ना आसान है
____________________________________
जिसको आपने बख्शीश की रातों में मांगा हों !!
34
चाय पीने का ज़्यादा मज़ा तब आता है
जब दिल भी थका हो और ज़हन भी।
23
यूँ तो हर ईंट का जवाब पत्थर से देना जानता हूँ,
बस तेरे “shutup” के आगे बेबस हो जाता हूँ...! 🥹❤️
🤩1411😢3🔥1
गुलशन बिका तो सिर्फ गुल ही गिने गए
खुद को यू ही नवाब समझती थी तितलियां
23👍5
"अगर हिस्सा हु तेरा तो
महसूस कर तकलीफ मेरी"❣️
31👍1
❤️तुम्हारी पनाहों की तलब मुझे यु ही तो नहीं
तुम्हारे दामन से बेहतर कहीं सुकून भी तो नहीं ❣️
19
जैसे नादान को हर नादानी अच्छी लगती है
मुझे दी हुई तेरी हर निशानी अच्छी लगती है।
25
खुद को यूँ खोकर ज़िन्दगी को मायूस न कर,

मंज़िलें चारों तरफ हैं रास्तों की तलाश कर!!
23
Q. आप किस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं?
Q. Which exam are you prepared?
Aap Kon Ho
PDF के लिए ज्वॉइन करे!
2025/07/12 00:44:28
Back to Top
HTML Embed Code: