👻⋆『𝐑.𝐍.𝐆ujjar』☜↼❤️💐
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पता है मैने सिर्फ एक इंसान से प्रेम किया,
हां ये कह सकते हैं कि,
लगाव या attraction तो,
शायद एक दो बार हुआ होगा ,
मगर एहसास भरा एक रिश्ता,
जो दुनिया में सिर्फ किसी एक से जुड़ता है,
वो सिर्फ तुमसे जुड़ा है,
मैं नहीं जानती क्या है प्रेम ,
फिर भी प्रेम को लिखती रहती हूं,
ये मुझे भी नही मालूम,
कि तुम्हे सोचने भर से ,
कैसे इतने एहसास जन्म लेते हैं मेरी सोच से,
कैसे मैं दुनिया भर का प्रेम
अपने शब्दों में समेट पाती हूं,
तुम्हे सोच कर ऐसा लगता है,
कि किसी दिन लिख दूंगी मैं,
कोई महाकाव्य भी ,
जो सिर्फ तुम्हारे प्रेम पर आधारित होगा,
मेरा प्रेम दिखावा नहीं ,
जो क्षणिक हो ,
मेरा प्रेम इस ब्रह्माण्ड की तरह है,
जो विशाल है , अनंत है,
जिसकी कोई सीमा नहीं ,
जिसकी किसी से कोई तुलना नहीं,
और जिससे बड़ा कुछ भी नही,
हां मालूम है कि प्रेम की बड़ी बड़ी बातें करने से,
प्रेम व्यक्त नही होता,
प्रेम तो गुंजायमान है,
प्रेम अदृश्य होकर भी ,
अपनी एक अलग पहचान ,
एक जगह बनाए रखता है,
मगर हां मेरा ये प्रेम क्षणभंगुर तो बिल्कुल नही है,
मेरे प्रेम में ठहराव है ,
उत्सुकुता है ,हर नए दिन के नए एहसास की,
कल्पनाएं नही है,
एहसासों की एक नदी है ,
जिसमे डुबकी लगाने से मिलता है,
एक अमृतमय सुकून ,
जैसे जीवन के सबसे सुखद क्षण बस,
तुम्हारे इर्द गिर्द ही है,
तुम्हारे प्रेम की इस परिधि में ही व्याप्त है,
मेरा स्वर्ग भी ........
ख़ैर........
हां ये कह सकते हैं कि,
लगाव या attraction तो,
शायद एक दो बार हुआ होगा ,
मगर एहसास भरा एक रिश्ता,
जो दुनिया में सिर्फ किसी एक से जुड़ता है,
वो सिर्फ तुमसे जुड़ा है,
मैं नहीं जानती क्या है प्रेम ,
फिर भी प्रेम को लिखती रहती हूं,
ये मुझे भी नही मालूम,
कि तुम्हे सोचने भर से ,
कैसे इतने एहसास जन्म लेते हैं मेरी सोच से,
कैसे मैं दुनिया भर का प्रेम
अपने शब्दों में समेट पाती हूं,
तुम्हे सोच कर ऐसा लगता है,
कि किसी दिन लिख दूंगी मैं,
कोई महाकाव्य भी ,
जो सिर्फ तुम्हारे प्रेम पर आधारित होगा,
मेरा प्रेम दिखावा नहीं ,
जो क्षणिक हो ,
मेरा प्रेम इस ब्रह्माण्ड की तरह है,
जो विशाल है , अनंत है,
जिसकी कोई सीमा नहीं ,
जिसकी किसी से कोई तुलना नहीं,
और जिससे बड़ा कुछ भी नही,
हां मालूम है कि प्रेम की बड़ी बड़ी बातें करने से,
प्रेम व्यक्त नही होता,
प्रेम तो गुंजायमान है,
प्रेम अदृश्य होकर भी ,
अपनी एक अलग पहचान ,
एक जगह बनाए रखता है,
मगर हां मेरा ये प्रेम क्षणभंगुर तो बिल्कुल नही है,
मेरे प्रेम में ठहराव है ,
उत्सुकुता है ,हर नए दिन के नए एहसास की,
कल्पनाएं नही है,
एहसासों की एक नदी है ,
जिसमे डुबकी लगाने से मिलता है,
एक अमृतमय सुकून ,
जैसे जीवन के सबसे सुखद क्षण बस,
तुम्हारे इर्द गिर्द ही है,
तुम्हारे प्रेम की इस परिधि में ही व्याप्त है,
मेरा स्वर्ग भी ........
ख़ैर........
😍4👍2😘1
तेलंगाना सरकार 400 एकड़ जंगल काटकर IT पार्क बना रही है। पेड़ कटे, पशु-पक्षी बेघर हुए, जंगलों में आग लगाकर बेजुबानों पर कहर बरसाया गया। ये सत्ता की शक्ति का भयावह दुरुपयोग है। कुछ छोटे संगठन विरोध कर रहे हैं लेकिन बड़े एन्वाइरन्मेंट एक्टिविस्ट बिल्कुल चुप हैं।
प्रकृति की कीमत पर प्रगति का यह मॉडल विकास नहीं विनाश है। तेलंगाना और केंद्र सरकार इस पर तुरंत रोक लगाए। नहीं चाहिए ऐसा विकास 🙏
बहुत दुखदाई है 😥😥😥
प्रकृति की कीमत पर प्रगति का यह मॉडल विकास नहीं विनाश है। तेलंगाना और केंद्र सरकार इस पर तुरंत रोक लगाए। नहीं चाहिए ऐसा विकास 🙏
बहुत दुखदाई है 😥😥😥
😭6👍2😘1
मैं जब भी माँगूँगी,
तुमसे तुम्हारा वक्त माँगूँगी,
कब,कहाँ,कैसे हो इसका ज़िक्र माँगूँगी,
वक्त-बेवक्त कॉल करने का हक़ माँगूँगी,
बिन बात के मेरे लड़ने पर तुम्हारा सब्र माँगूँगी,
अलसायी-सोयी सी तुम्हारी तस्वीर माँगूँगी,
मैं जब भी माँगूँगी
तुम्हें- तुमसे थोड़ा और माँगूँगी ❤❤
तुमसे तुम्हारा वक्त माँगूँगी,
कब,कहाँ,कैसे हो इसका ज़िक्र माँगूँगी,
वक्त-बेवक्त कॉल करने का हक़ माँगूँगी,
बिन बात के मेरे लड़ने पर तुम्हारा सब्र माँगूँगी,
अलसायी-सोयी सी तुम्हारी तस्वीर माँगूँगी,
मैं जब भी माँगूँगी
तुम्हें- तुमसे थोड़ा और माँगूँगी ❤❤
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