किसी ने मुझसे पूछा मोहब्बत क्या सज़ा होती है,
मैंने कहा ये टूटे दिल की सदा होती है।
न जिसे पा सको, न भुला सको कहीं,
जो हर साँस में भी एक खता होती है।
कभी यादों की सुलगती रातों में आए,
कभी ख़्वाबों में बसी एक अदा होती है।
वो चला जाए फिर भी रुह से ना जाए,
ये बिछड़ के भी पूरी वफ़ा होती है।
न शिकवा किया, न सवाल किए,
बस ख़ामोशियों में भी दुआ होती है।
🥀🖤✨......
मैंने कहा ये टूटे दिल की सदा होती है।
न जिसे पा सको, न भुला सको कहीं,
जो हर साँस में भी एक खता होती है।
कभी यादों की सुलगती रातों में आए,
कभी ख़्वाबों में बसी एक अदा होती है।
वो चला जाए फिर भी रुह से ना जाए,
ये बिछड़ के भी पूरी वफ़ा होती है।
न शिकवा किया, न सवाल किए,
बस ख़ामोशियों में भी दुआ होती है।
🥀🖤✨......
क्या हम सच में ज़रूरी हैं?
क्या हम सच में ज़रूरी हैं,
या बस इक याद अधूरी हैं?
जिनके लिए जिए साँस-साँस,
उनकी नज़रों में दूरी हैं।
लब हँसे, पर दिल रोता है,
खुशियों पर भी मज़बूरी हैं।
हर चेहरा लगता अजनबी,
अपनों की ये मजबूरी हैं।
दिल ने जिनको भगवान कहा,
उनसे ही टूटी धूरी हैं।
छोटा-सा था ख्वाब कोई,
अब बस एक आश अधूरी हैं।
कोई बताए इन आंसुओं को,
क्या ये भी कुछ ज़रूरी हैं?
💔🥺
क्या हम सच में ज़रूरी हैं,
या बस इक याद अधूरी हैं?
जिनके लिए जिए साँस-साँस,
उनकी नज़रों में दूरी हैं।
लब हँसे, पर दिल रोता है,
खुशियों पर भी मज़बूरी हैं।
हर चेहरा लगता अजनबी,
अपनों की ये मजबूरी हैं।
दिल ने जिनको भगवान कहा,
उनसे ही टूटी धूरी हैं।
छोटा-सा था ख्वाब कोई,
अब बस एक आश अधूरी हैं।
कोई बताए इन आंसुओं को,
क्या ये भी कुछ ज़रूरी हैं?
💔🥺
मुझे लिखना है ज़रा ज़रा तुम्हे,
हर किस्से में।
और बचाकर रख भी लेना है ज़ेहन में,
ज्यों का त्यों।
पर ये मुमकिन न होगा,शायद।
क्योंकि तुम तो ख़ुशी हो मेरी,
बढ़ती ही रहोगी,
हर क़िस्से के साथ।
तब तलक़, जब तलक़,
मेरे अंदर है वजूद मेरा।
तब तलक़,मुझे लिखना है,
दरख़्तों को भिगोती बारिश का किस्सा,
किसी फ़ूल का शबनम से मिलने का क़िस्सा।
औऱ लिखना है तुम्हें,
ज़रा-ज़रा हर क़िस्से में।
क्योंकि तुम कोई ग़म नहीं,
ख़ुशी हो मेरी। :
❤❤
हर किस्से में।
और बचाकर रख भी लेना है ज़ेहन में,
ज्यों का त्यों।
पर ये मुमकिन न होगा,शायद।
क्योंकि तुम तो ख़ुशी हो मेरी,
बढ़ती ही रहोगी,
हर क़िस्से के साथ।
तब तलक़, जब तलक़,
मेरे अंदर है वजूद मेरा।
तब तलक़,मुझे लिखना है,
दरख़्तों को भिगोती बारिश का किस्सा,
किसी फ़ूल का शबनम से मिलने का क़िस्सा।
औऱ लिखना है तुम्हें,
ज़रा-ज़रा हर क़िस्से में।
क्योंकि तुम कोई ग़म नहीं,
ख़ुशी हो मेरी। :
❤❤
एक और शायरी:
"दिल की बात कहने के लिए
कभी-कभी मौन भी काफी है,
आँखें वो जुबान हैं
जो सब कुछ कह जाती हैं।"
🙃🙃
"दिल की बात कहने के लिए
कभी-कभी मौन भी काफी है,
आँखें वो जुबान हैं
जो सब कुछ कह जाती हैं।"
🙃🙃
हर एक लम्हा तेरे दिल में
उतर जाने की ख्वाहिश है....!!
मेरी इस ज़िंदगी को तेरे इश्क़ में
संवर जाने की ख्वाहिश हैं...!!
कोई वादा नही फिर भी
इंतज़ार है तेरा
दूर होने पर भी एतबार है तेरा..!!
ना जाने क्यू करते हो तुम
बेरुखी हमसे..!!
क्या कोई हमसे भी ज्यादा
तलबगार है तेरा...!
👉❤️🌹.🌹❤️👈
उतर जाने की ख्वाहिश है....!!
मेरी इस ज़िंदगी को तेरे इश्क़ में
संवर जाने की ख्वाहिश हैं...!!
कोई वादा नही फिर भी
इंतज़ार है तेरा
दूर होने पर भी एतबार है तेरा..!!
ना जाने क्यू करते हो तुम
बेरुखी हमसे..!!
क्या कोई हमसे भी ज्यादा
तलबगार है तेरा...!
👉❤️🌹.🌹❤️👈
, शामिल हैं जिन की साज़िशे तन्हाईयों में मेरी .....
उन्हीं को शिकायत है कि हम महफ़िल में नहीं आते ...!!
उन्हीं को शिकायत है कि हम महफ़िल में नहीं आते ...!!
जिस दिन तुम्हारा ध्यान मुझसे हटने लगेगा
मैं स्वयं ही तुम्हारे जीवन से विदा लेकर
चली जाऊंगी,,,
क्योंकि प्रेम और महत्ता के लिए
प्रेमी से ही लड़ना पड़े तो व्यर्थ है।।
💔🥀✨
मैं स्वयं ही तुम्हारे जीवन से विदा लेकर
चली जाऊंगी,,,
क्योंकि प्रेम और महत्ता के लिए
प्रेमी से ही लड़ना पड़े तो व्यर्थ है।।
💔🥀✨
कोई था जो हाल जानकर भी बेख़बर है
कोई है जो हाल जानने को बेकरार बैठा है
कोई था जो हमें छोड़ कर गया है
कोई है जो हमें पाने की आश लगा बैठा है
कोई था जो हमें तोड़ कर गया है
कोई है जो हमें जोड़ने के लिए खुद को तोड़ कर बैठा है
कोई था जो इस दिल से निकलता नहीं
कोई है जो अपने दिल में मेरे सपने संजो बैठा है
हम है कि बीते हुए कल भूल न पा रहे
कोई है जो हमें अपना कल बना बैठा है
#SHALUU
कोई है जो हाल जानने को बेकरार बैठा है
कोई था जो हमें छोड़ कर गया है
कोई है जो हमें पाने की आश लगा बैठा है
कोई था जो हमें तोड़ कर गया है
कोई है जो हमें जोड़ने के लिए खुद को तोड़ कर बैठा है
कोई था जो इस दिल से निकलता नहीं
कोई है जो अपने दिल में मेरे सपने संजो बैठा है
हम है कि बीते हुए कल भूल न पा रहे
कोई है जो हमें अपना कल बना बैठा है
#SHALUU
Forwarded from 🤣हंसना जरूरी है😂 (👻⋆『𝐑.𝐍.𝐆ujjar』☜↼❤️💐)
चश्मा लगाये जिन लड़कियों को शहर में cute बोला जाता है
गाँव में उन्हें बैटरी कहा जाता है। 🤪😂
गाँव में उन्हें बैटरी कहा जाता है। 🤪😂
फूल ने टहनी से उड़ने की कोशिश की
इक ताइर का दिल रखने की कोशिश की
कल फिर चाँद का ख़ंजर घोंप के सीने में
रात ने मेरी जाँ लेने की कोशिश की
कोई न कोई रहबर रस्ता काट गया
जब भी अपनी रह चलने की कोशिश की
कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ
उन से कितना कुछ कहने की कोशिश की
एक ही ख़्वाब ने सारी रात जगाया है
मैंने हर करवट सोने की कोशिश की
एक सितारा जल्दी जल्दी डूब गया
मैं ने जब तारे गिनने की कोशिश की
नाम मिरा था और पता अपने घर का
उस ने मुझ को ख़त लिखने की कोशिश की
एक धुएँ का मर्ग़ोला सा निकला है
मिट्टी में जब दिल बोने की कोशिश की
इक ताइर का दिल रखने की कोशिश की
कल फिर चाँद का ख़ंजर घोंप के सीने में
रात ने मेरी जाँ लेने की कोशिश की
कोई न कोई रहबर रस्ता काट गया
जब भी अपनी रह चलने की कोशिश की
कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ
उन से कितना कुछ कहने की कोशिश की
एक ही ख़्वाब ने सारी रात जगाया है
मैंने हर करवट सोने की कोशिश की
एक सितारा जल्दी जल्दी डूब गया
मैं ने जब तारे गिनने की कोशिश की
नाम मिरा था और पता अपने घर का
उस ने मुझ को ख़त लिखने की कोशिश की
एक धुएँ का मर्ग़ोला सा निकला है
मिट्टी में जब दिल बोने की कोशिश की
अब तू नहीं...
अब तू नहीं, पर साँसों में बसता है तू,
हर लम्हा, हर साए में दिखता है तू।
चाहा जिसे, वो ही बेगाना हो गया,
जिसका था सपना, वो फसाना हो गया।
तेरी हँसी की खनक खो गई हवाओं में,
दिल रोता है खामोशी की सदाओं में।
ख़तों में तेरी खुशबू अब भी बाकी है,
आँखों में तेरी यादें नम-नम सी बाकी हैं।
अब तू नहीं, पर हर कोना तेरा पूछे,
ज़िन्दगी क्यों तुझ बिन अधूरी सी सूखे?
वक़्त चलता रहा, ज़ख्म पलते रहे,
हम तो मिटते गए, तू बदलते रहा।
अब तू नहीं... मगर दिल मानता नहीं,
तेरी कमी से अब भी जान जाती नहीं।
🥀🖤
अब तू नहीं, पर साँसों में बसता है तू,
हर लम्हा, हर साए में दिखता है तू।
चाहा जिसे, वो ही बेगाना हो गया,
जिसका था सपना, वो फसाना हो गया।
तेरी हँसी की खनक खो गई हवाओं में,
दिल रोता है खामोशी की सदाओं में।
ख़तों में तेरी खुशबू अब भी बाकी है,
आँखों में तेरी यादें नम-नम सी बाकी हैं।
अब तू नहीं, पर हर कोना तेरा पूछे,
ज़िन्दगी क्यों तुझ बिन अधूरी सी सूखे?
वक़्त चलता रहा, ज़ख्म पलते रहे,
हम तो मिटते गए, तू बदलते रहा।
अब तू नहीं... मगर दिल मानता नहीं,
तेरी कमी से अब भी जान जाती नहीं।
🥀🖤