।। मैं शुद्ध स्वार्थी हूं ।।
मैंने कभी किसी के साथ..
अपना दुःख नहीं बांटा..!!
🤍🥀✨..!!
मैंने कभी किसी के साथ..
अपना दुःख नहीं बांटा..!!
🤍🥀✨..!!
तो अर्ज़ किया है...........🤌
कि ख्यालो में खोये है ______🤔
उस एक शक्स के लिए हर पल रोये है.........😔
सबको लगता है कि हम सोये हैं .............😐
पर हम पूरी रात तकिया भिगोये है_____😔
Owner of heart ❤️
कि ख्यालो में खोये है ______🤔
उस एक शक्स के लिए हर पल रोये है.........😔
सबको लगता है कि हम सोये हैं .............😐
पर हम पूरी रात तकिया भिगोये है_____😔
Owner of heart ❤️
में दरबदर हो जाऊंगा
में बेखबर हो जाऊंगा
गर तुझे में भूल गया
में बेअसर हो जाऊंगा
मेरी मोहब्बत को न तुम टुकड़ों में बाटना
मेरे लफ्जो को न तुम हिस्सो मे छाटना
आंखे तेरी भी रो देंगी इतना मेरा यकिन कर
इश्क में तेरे में पागल इस कदर हो जाऊंगा
में बेखबर हो जाऊंगा
में बेअसर हो जाऊंगा
मुझसे गर शिकायत है बेखौफ मुझसे कहना तुम
मगर आखिरी वक्त मेरे सामने ही रहना तुम
अंधेरों की चांदनी से इतनी सी इल्तज़ा है
मुझे पनाह दे में टूटा तारा दरबदर हो जाऊंगा
में बेखबर हो जाऊंगा
में बेअसर हो जाऊंगा
💔💔💔💔💔
में बेखबर हो जाऊंगा
गर तुझे में भूल गया
में बेअसर हो जाऊंगा
मेरी मोहब्बत को न तुम टुकड़ों में बाटना
मेरे लफ्जो को न तुम हिस्सो मे छाटना
आंखे तेरी भी रो देंगी इतना मेरा यकिन कर
इश्क में तेरे में पागल इस कदर हो जाऊंगा
में बेखबर हो जाऊंगा
में बेअसर हो जाऊंगा
मुझसे गर शिकायत है बेखौफ मुझसे कहना तुम
मगर आखिरी वक्त मेरे सामने ही रहना तुम
अंधेरों की चांदनी से इतनी सी इल्तज़ा है
मुझे पनाह दे में टूटा तारा दरबदर हो जाऊंगा
में बेखबर हो जाऊंगा
में बेअसर हो जाऊंगा
💔💔💔💔💔
तो अर्ज है....
शायरी ख़ुद खुशी का धंधा है...😞
अपनी ही लाश अपना ही कंधा है....😢
शायर उस शहर में आईना बेचता है....❤️🩹
जहां पुरा शहर ही अंधा हैं..🥹🥀
शायरी ख़ुद खुशी का धंधा है...😞
अपनी ही लाश अपना ही कंधा है....😢
शायर उस शहर में आईना बेचता है....❤️🩹
जहां पुरा शहर ही अंधा हैं..🥹🥀
मैं कहूं या ना कहूं कि ठीक हूं
तुम समझ जाना बस,
में गुस्से में अनजानेमेंकुछ बोल जाऊं
तो तुम मुझे प्रेम से समझा देना बस,
में रूठ जाऊं तो दूर मत जाना
तुम मुझे मना लेना बस
अगर में बोल दूं कि दूर चले
जाओ मुझसे तो मुझे गले से लगा लेना बस,
अगर में कह दूं कोई साथ नहीं है,
तुम हाथ थाम लेना बस,
अगर में गलती करूं तो मुझ
पर हक जताकर समझा देना बस,
अगर में कहूं कि ठीक हूं तो तुम समझ जाना बस...!! ❤️
तुम समझ जाना बस,
में गुस्से में अनजानेमेंकुछ बोल जाऊं
तो तुम मुझे प्रेम से समझा देना बस,
में रूठ जाऊं तो दूर मत जाना
तुम मुझे मना लेना बस
अगर में बोल दूं कि दूर चले
जाओ मुझसे तो मुझे गले से लगा लेना बस,
अगर में कह दूं कोई साथ नहीं है,
तुम हाथ थाम लेना बस,
अगर में गलती करूं तो मुझ
पर हक जताकर समझा देना बस,
अगर में कहूं कि ठीक हूं तो तुम समझ जाना बस...!! ❤️
!! 𝑅𝑎𝑎𝑡 𝐾𝑜 𝑆𝑎𝑏 𝐴𝑝𝑛𝑖 𝐴𝑝𝑛𝑖 "?!
"! 𝑀𝑜ℎ𝑎𝑏𝑏𝑎𝑡 𝑆𝑒 𝐵𝑎𝑎𝑡 𝐾𝑎𝑟𝑘𝑒 𝑆𝑜𝑡𝑒 𝐻𝑎𝑖 "!
". 𝑂𝑟 𝐸𝑘 𝐻𝑢𝑚 𝐻𝑎𝑖 𝐽𝑜 𝐴𝑝𝑛𝑖 𝑀𝑜ℎ𝑎𝑏𝑏𝑎𝑡 𝐾𝑜 .,"!?
": 𝑌𝑎𝑎𝑑 𝐾𝑎𝑟𝑡𝑒 𝐾𝑎𝑟𝑡𝑒 𝑆𝑜 𝐽𝑎𝑡𝑒 𝐻𝑎𝑖 "!!?
𝑚𝑚𝑚𝑚
"! 𝑀𝑜ℎ𝑎𝑏𝑏𝑎𝑡 𝑆𝑒 𝐵𝑎𝑎𝑡 𝐾𝑎𝑟𝑘𝑒 𝑆𝑜𝑡𝑒 𝐻𝑎𝑖 "!
". 𝑂𝑟 𝐸𝑘 𝐻𝑢𝑚 𝐻𝑎𝑖 𝐽𝑜 𝐴𝑝𝑛𝑖 𝑀𝑜ℎ𝑎𝑏𝑏𝑎𝑡 𝐾𝑜 .,"!?
": 𝑌𝑎𝑎𝑑 𝐾𝑎𝑟𝑡𝑒 𝐾𝑎𝑟𝑡𝑒 𝑆𝑜 𝐽𝑎𝑡𝑒 𝐻𝑎𝑖 "!!?
𝑚𝑚𝑚𝑚
पन्नों की उड़ान में ख़ुद को खो दिया
अब कोई कहानी बाकी नहीं रही।
🥀✨
अब कोई कहानी बाकी नहीं रही।
🥀✨
सब्र वो है...
सब्र वो है, जब दिल रो रहा हो,
और लबों पे कोई शिकवा ना हो।
जब आँखें भीग जाएँ तन्हाई में,
और चेहरा मुस्कुराता हुआ हो।
हर सजा कबूल कर लो ख़ामोशी से,
जैसे जुर्म भी अपना ही कोई हो।
टूटकर भी खुद को समेट लिया जाए,
जैसे हर ज़ख्म इक ताज हो, सौग़ात हो।
वो दर्द जो सीने में जलता रहे,
और दुनिया को लगे सब खैरियत हो।
🖤✨
सब्र वो है, जब दिल रो रहा हो,
और लबों पे कोई शिकवा ना हो।
जब आँखें भीग जाएँ तन्हाई में,
और चेहरा मुस्कुराता हुआ हो।
हर सजा कबूल कर लो ख़ामोशी से,
जैसे जुर्म भी अपना ही कोई हो।
टूटकर भी खुद को समेट लिया जाए,
जैसे हर ज़ख्म इक ताज हो, सौग़ात हो।
वो दर्द जो सीने में जलता रहे,
और दुनिया को लगे सब खैरियत हो।
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हमने किसी के टूटे दिल को दिल बनाया,
ख़ुद को मिटा के उसका हर ग़म अपनाया।
वो जो रोया था अकेले, साथ रोए थे हम,
हर एक आह को अपने सीने में बसाया।
जिसे चाहा था खुदा की तरह दिल से हमने,
उसने ही आख़िर हमें तन्हा छोड़ आया।
हम थे कि उसकी हर ख़ुशी पे जान दे देते,
वो था कि दर्द भी हमें तोहफे में थमाया।
अब न सवाल है कोई, न कोई जवाब बाक़ी,
वो चला गया, सिर्फ़ सन्नाटा रह गया साया।
हमने किसी के टूटे दिल को दिल बनाया,
और आख़िर में उसी ने हमें भुलाया।
💔🥀
ख़ुद को मिटा के उसका हर ग़म अपनाया।
वो जो रोया था अकेले, साथ रोए थे हम,
हर एक आह को अपने सीने में बसाया।
जिसे चाहा था खुदा की तरह दिल से हमने,
उसने ही आख़िर हमें तन्हा छोड़ आया।
हम थे कि उसकी हर ख़ुशी पे जान दे देते,
वो था कि दर्द भी हमें तोहफे में थमाया।
अब न सवाल है कोई, न कोई जवाब बाक़ी,
वो चला गया, सिर्फ़ सन्नाटा रह गया साया।
हमने किसी के टूटे दिल को दिल बनाया,
और आख़िर में उसी ने हमें भुलाया।
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"पहले दोस्ती में हँसी बांटी थी,
हर बात पे बेफ़िक्री से बातें होती थीं।
फिर कुछ बदला... नज़रों में ठहराव आया,
जाने कब दिल ने कहा — ये तो मेरा साया है।"
"प्यार भी हुआ, मगर चुपचाप सा,
हर दुआ में उसका नाम बेहिसाब सा।
और जब इश्क़ हुआ... तो सब कुछ बदल गया,
अब वो मेरा नहीं, मैं उसका हो गया।"
हर बात पे बेफ़िक्री से बातें होती थीं।
फिर कुछ बदला... नज़रों में ठहराव आया,
जाने कब दिल ने कहा — ये तो मेरा साया है।"
"प्यार भी हुआ, मगर चुपचाप सा,
हर दुआ में उसका नाम बेहिसाब सा।
और जब इश्क़ हुआ... तो सब कुछ बदल गया,
अब वो मेरा नहीं, मैं उसका हो गया।"
लिखूँगी कभी तुमको अपनी कविता में
की इस तरह मैं रखूँगी तुमको याद
दिल में क़ैद नहीं रखूँगी
शब्दों की माला में पिरोकर तुमको लिखूँगी
लिखूँगी की तुमने छुआ मेरे मन को
उन अंधेरों को टटोल कर तुमने रोशन कर दिया
जहाँ बरसों से रोशनी की एक किरण भी ना पहुँच पायी
मन के इन सूखे दरख़्तों को फिर से हरा कर दिया
लिखूँगी की काम की उलझनों को सिरहाने रखकर
तुमने मुझे अपना क़ीमती वक़्त दिया
याद रखूँगी तुमको कुछ उस तरह की
ना भूल पाऊँगी कभी
जब याद बहुत आओगे तब
हवा के साथ भेजूँगी अपने लिखे हुए पैग़ाम
मिल जायें शायद तुमको वक़्त बेवक़्त
और याद आ जाऊँ मैं भी उस वक़्त शायद तुमको......❤️✨
की इस तरह मैं रखूँगी तुमको याद
दिल में क़ैद नहीं रखूँगी
शब्दों की माला में पिरोकर तुमको लिखूँगी
लिखूँगी की तुमने छुआ मेरे मन को
उन अंधेरों को टटोल कर तुमने रोशन कर दिया
जहाँ बरसों से रोशनी की एक किरण भी ना पहुँच पायी
मन के इन सूखे दरख़्तों को फिर से हरा कर दिया
लिखूँगी की काम की उलझनों को सिरहाने रखकर
तुमने मुझे अपना क़ीमती वक़्त दिया
याद रखूँगी तुमको कुछ उस तरह की
ना भूल पाऊँगी कभी
जब याद बहुत आओगे तब
हवा के साथ भेजूँगी अपने लिखे हुए पैग़ाम
मिल जायें शायद तुमको वक़्त बेवक़्त
और याद आ जाऊँ मैं भी उस वक़्त शायद तुमको......❤️✨
ख़्वाब जब बिखर रहा हो तो.... आंखें बहाना
ढूंढती है बहने का...!!🥹
ढूंढती है बहने का...!!🥹