🔆 “India Moving: A History of Migration” – चिन्मय तुम्बे
📘 प्रवासन, अर्थव्यवस्था और सामाजिक परिवर्तन
✅ आंतरिक प्रवासन पर
🗨️ “भारत एक गतिशील राष्ट्र है — मानव इतिहास के सबसे बड़े प्रवासों में से एक इसकी सीमाओं के भीतर होता है।”
📌 निबंध में उपयोग: शहरीकरण, श्रमिक अधिकार, जनसांख्यिकीय परिवर्तन
✅ आर्थिक अवसर पर
🗨️ “प्रवास केवल गरीबी से प्रेरित नहीं होता; यह आकांक्षा से भी संचालित होता है।”
📌 निबंध में उपयोग: विकास, युवा शक्ति, असमानता
✅ सामाजिक परिवर्तन पर
🗨️ “प्रवास भारत का मौन सामाजिक क्रांति है।”
📌 निबंध में उपयोग: जाति गतिशीलता, ग्रामीण परिवर्तन, सशक्तिकरण
✅ महिला और कार्य पर
🗨️ “महिला प्रवासियों को आँकड़ों में अक्सर अदृश्य बना दिया जाता है, लेकिन वे भारत की श्रम और देखभाल अर्थव्यवस्था के केंद्र में हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: लैंगिक असमानता, असंगठित क्षेत्र, महिला श्रम
✅ नीति और शासन पर
🗨️ “प्रवास की अनदेखी करना, भारत की अर्थव्यवस्था के इंजन की अनदेखी करना है।”
📌 निबंध में उपयोग: नीतिगत सुधार, शहरी शासन, सामाजिक सुरक्षा
#essay
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📘 प्रवासन, अर्थव्यवस्था और सामाजिक परिवर्तन
✅ आंतरिक प्रवासन पर
🗨️ “भारत एक गतिशील राष्ट्र है — मानव इतिहास के सबसे बड़े प्रवासों में से एक इसकी सीमाओं के भीतर होता है।”
📌 निबंध में उपयोग: शहरीकरण, श्रमिक अधिकार, जनसांख्यिकीय परिवर्तन
✅ आर्थिक अवसर पर
🗨️ “प्रवास केवल गरीबी से प्रेरित नहीं होता; यह आकांक्षा से भी संचालित होता है।”
📌 निबंध में उपयोग: विकास, युवा शक्ति, असमानता
✅ सामाजिक परिवर्तन पर
🗨️ “प्रवास भारत का मौन सामाजिक क्रांति है।”
📌 निबंध में उपयोग: जाति गतिशीलता, ग्रामीण परिवर्तन, सशक्तिकरण
✅ महिला और कार्य पर
🗨️ “महिला प्रवासियों को आँकड़ों में अक्सर अदृश्य बना दिया जाता है, लेकिन वे भारत की श्रम और देखभाल अर्थव्यवस्था के केंद्र में हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: लैंगिक असमानता, असंगठित क्षेत्र, महिला श्रम
✅ नीति और शासन पर
🗨️ “प्रवास की अनदेखी करना, भारत की अर्थव्यवस्था के इंजन की अनदेखी करना है।”
📌 निबंध में उपयोग: नीतिगत सुधार, शहरी शासन, सामाजिक सुरक्षा
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🔆 “An Uncertain Glory: India and Its Contradictions” – ज्यां द्रेज़ और अमर्त्य सेन
📘 विकास, असमानता और सामाजिक न्याय
✅ विकास के विरोधाभास पर
🗨️ “दुनिया में शायद ही कोई ऐसा देश होगा जिसने इतनी आर्थिक वृद्धि हासिल की हो, लेकिन इतना कम सामाजिक प्रगति की हो।”
📌 निबंध में उपयोग: समावेशी विकास, सामाजिक संकेतक, शासन की विफलता
✅ असमानता पर
🗨️ “भारत में कैलिफोर्निया जैसे द्वीप हैं, जो उप-सहारा अफ्रीका के समुद्र में तैरते हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: क्षेत्रीय असमानता, सामाजिक विषमता, मानव विकास
✅ शिक्षा और स्वास्थ्य पर
🗨️ “कोई भी देश बिना शिक्षा और स्वास्थ्य में बड़े निवेश के निरंतर विकास नहीं कर सका है।”
📌 निबंध में उपयोग: मानव पूंजी, लोक नीति, कल्याणकारी राज्य
✅ शासन पर
🗨️ “समस्या योजनाओं की कमी नहीं है, बल्कि जवाबदेही की कमी है।”
📌 निबंध में उपयोग: कार्यान्वयन की खाई, सुशासन, नीति सुधार
✅ लोकतंत्र और न्याय पर
🗨️ “लोकतंत्र केवल मतपेटी तक सीमित नहीं है; यह सुनिश्चित करता है कि हर आवाज़ मायने रखती है।”
📌 निबंध में उपयोग: भागीदारी वाला लोकतंत्र, सामाजिक न्याय, संवैधानिक नैतिकता
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📘 विकास, असमानता और सामाजिक न्याय
✅ विकास के विरोधाभास पर
🗨️ “दुनिया में शायद ही कोई ऐसा देश होगा जिसने इतनी आर्थिक वृद्धि हासिल की हो, लेकिन इतना कम सामाजिक प्रगति की हो।”
📌 निबंध में उपयोग: समावेशी विकास, सामाजिक संकेतक, शासन की विफलता
✅ असमानता पर
🗨️ “भारत में कैलिफोर्निया जैसे द्वीप हैं, जो उप-सहारा अफ्रीका के समुद्र में तैरते हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: क्षेत्रीय असमानता, सामाजिक विषमता, मानव विकास
✅ शिक्षा और स्वास्थ्य पर
🗨️ “कोई भी देश बिना शिक्षा और स्वास्थ्य में बड़े निवेश के निरंतर विकास नहीं कर सका है।”
📌 निबंध में उपयोग: मानव पूंजी, लोक नीति, कल्याणकारी राज्य
✅ शासन पर
🗨️ “समस्या योजनाओं की कमी नहीं है, बल्कि जवाबदेही की कमी है।”
📌 निबंध में उपयोग: कार्यान्वयन की खाई, सुशासन, नीति सुधार
✅ लोकतंत्र और न्याय पर
🗨️ “लोकतंत्र केवल मतपेटी तक सीमित नहीं है; यह सुनिश्चित करता है कि हर आवाज़ मायने रखती है।”
📌 निबंध में उपयोग: भागीदारी वाला लोकतंत्र, सामाजिक न्याय, संवैधानिक नैतिकता
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🔆 “The Clash Within” – मार्था सी. नुसबाम
📘 लोकतंत्र, धार्मिक सहिष्णुता और नैतिक समाज
✅ भारतीय लोकतंत्र पर
🗨️ “भारत का लोकतंत्र पश्चिम से मिला हुआ उपहार नहीं है, बल्कि इसकी अपनी नैतिक परंपराओं में निहित उपलब्धि है।”
📌 निबंध में उपयोग: लोकतांत्रिक स्थिरता, भारतीय राजनीति, सभ्यतागत मूल्य
✅ धार्मिक सौहार्द पर
🗨️ “धार्मिक हिंसा अपरिहार्य नहीं है; यह भारत की लंबे समय से चली आ रही सहिष्णु नैतिक परंपरा के साथ विश्वासघात है।”
📌 निबंध में उपयोग: धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, समाज में नैतिकता
✅ नागरिकता पर
🗨️ “लोकतंत्र तभी फलता-फूलता है जब नागरिक एक-दूसरे को प्रतिद्वंद्वी नहीं, बल्कि समान नागरिक के रूप में देखते हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: नागरिकता, संवैधानिक नैतिकता, समावेशिता
✅ शिक्षा और नैतिकता पर
🗨️ “शिक्षा को आलोचनात्मक सोच और करुणा की क्षमता विकसित करनी चाहिए — दोनों ही लोकतंत्र के अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: मूल्य शिक्षा, नैतिकता, लोकतांत्रिक संस्थाएँ
✅ न्याय पर
🗨️ “किसी लोकतंत्र की असली कसौटी यह है कि वह अपने अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार करता है।”
📌 निबंध में उपयोग: सामाजिक न्याय, शासन, मानव अधिकार
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📘 लोकतंत्र, धार्मिक सहिष्णुता और नैतिक समाज
✅ भारतीय लोकतंत्र पर
🗨️ “भारत का लोकतंत्र पश्चिम से मिला हुआ उपहार नहीं है, बल्कि इसकी अपनी नैतिक परंपराओं में निहित उपलब्धि है।”
📌 निबंध में उपयोग: लोकतांत्रिक स्थिरता, भारतीय राजनीति, सभ्यतागत मूल्य
✅ धार्मिक सौहार्द पर
🗨️ “धार्मिक हिंसा अपरिहार्य नहीं है; यह भारत की लंबे समय से चली आ रही सहिष्णु नैतिक परंपरा के साथ विश्वासघात है।”
📌 निबंध में उपयोग: धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, समाज में नैतिकता
✅ नागरिकता पर
🗨️ “लोकतंत्र तभी फलता-फूलता है जब नागरिक एक-दूसरे को प्रतिद्वंद्वी नहीं, बल्कि समान नागरिक के रूप में देखते हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: नागरिकता, संवैधानिक नैतिकता, समावेशिता
✅ शिक्षा और नैतिकता पर
🗨️ “शिक्षा को आलोचनात्मक सोच और करुणा की क्षमता विकसित करनी चाहिए — दोनों ही लोकतंत्र के अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: मूल्य शिक्षा, नैतिकता, लोकतांत्रिक संस्थाएँ
✅ न्याय पर
🗨️ “किसी लोकतंत्र की असली कसौटी यह है कि वह अपने अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार करता है।”
📌 निबंध में उपयोग: सामाजिक न्याय, शासन, मानव अधिकार
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🔆 देशव्यापी आउटरीच: 34 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में मछुआरों और नीति निर्माताओं को जोड़ना
📍 मुख्य तथ्य
✅ मछली पालन विभाग (DoF), मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा अप्रैल से सितंबर 2025 तक आयोजित।
✅ 34 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 15,000 से अधिक मछुआरे और मछली किसान ने डॉ. अभिलाक्ष लिक्खी, सचिव, DoF के नेतृत्व में वर्चुअल फीडबैक सत्रों में भाग लिया।
✅ उद्देश्य: भारत के मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर रोडमैप के निर्माण के लिए जमीनी आवाज़ को कैप्चर करना।
✅ तटीय, अंतर्देशीय, पहाड़ी, द्वीप और पूर्वोत्तर क्षेत्र को कवर किया गया, लगभग हर जिले का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया।
📍 हितधारक फीडबैक मुख्य बिंदु
✅ गुणवत्तापूर्ण मछली के बीज, ब्रूड बैंक, किफायती चारा और स्थानीय चारा मिल की आवश्यकता पर जोर।
✅ बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की मांग: परिवहन, केज कल्चर, कोल्ड स्टोरेज, मिनी हैचरी, सौर एकीकरण और एक्वाकल्चर लॉजिस्टिक्स।
✅ सुरक्षा और मौसम सलाह के लिए ड्रोन, ट्रांसपोंडर और टेक-आधारित उपकरणों के उपयोग का समर्थन।
✅ समर्पित मछली बाजार, प्रसंस्करण संयंत्र और आधुनिक कोल्ड चेन सिस्टम पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह।
✅ प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) का विस्तार सीवीड, सजावटी मछली और मोती पालन को शामिल करने के लिए सुझाया।
📍 क्षेत्र अवलोकन
✅ मत्स्य पालन – 3 करोड़ आजीविका को बनाए रखने वाला सूर्योदय क्षेत्र; भारत दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक है, जो वैश्विक उत्पादन में 8% का योगदान देता है।
✅ 2015 से, सरकार ने ₹38,572 करोड़ के निवेश को मंजूरी दी है, जिससे मछली उत्पादन 195 लाख टन (2023-24) तक पहुंचा है, 8.74% वार्षिक वृद्धि के साथ।
✅ DoF निर्यात और स्थानीय मूल्य श्रृंखलाओं को बढ़ावा देने के लिए क्लस्टर-आधारित एक्वाकल्चर हब और FFPOs को प्रोत्साहित कर रहा है।
📍 दृष्टि
✅ यह फीडबैक समावेशी, सतत और किसान-केंद्रित 5-वर्षीय रोडमैप को आकार देगा, जो विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण के अनुरूप होगा।
📍 मुख्य प्रश्न:
सतत नीली वृद्धि के संदर्भ में भारत के मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर क्षेत्र को मजबूत करने में सहभागी नीति ढांचों के महत्व पर चर्चा करें।
#BlueEconomy #economy #science_technology #FisheriesDevelopment
📍 मुख्य तथ्य
✅ मछली पालन विभाग (DoF), मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा अप्रैल से सितंबर 2025 तक आयोजित।
✅ 34 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 15,000 से अधिक मछुआरे और मछली किसान ने डॉ. अभिलाक्ष लिक्खी, सचिव, DoF के नेतृत्व में वर्चुअल फीडबैक सत्रों में भाग लिया।
✅ उद्देश्य: भारत के मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर रोडमैप के निर्माण के लिए जमीनी आवाज़ को कैप्चर करना।
✅ तटीय, अंतर्देशीय, पहाड़ी, द्वीप और पूर्वोत्तर क्षेत्र को कवर किया गया, लगभग हर जिले का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया।
📍 हितधारक फीडबैक मुख्य बिंदु
✅ गुणवत्तापूर्ण मछली के बीज, ब्रूड बैंक, किफायती चारा और स्थानीय चारा मिल की आवश्यकता पर जोर।
✅ बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की मांग: परिवहन, केज कल्चर, कोल्ड स्टोरेज, मिनी हैचरी, सौर एकीकरण और एक्वाकल्चर लॉजिस्टिक्स।
✅ सुरक्षा और मौसम सलाह के लिए ड्रोन, ट्रांसपोंडर और टेक-आधारित उपकरणों के उपयोग का समर्थन।
✅ समर्पित मछली बाजार, प्रसंस्करण संयंत्र और आधुनिक कोल्ड चेन सिस्टम पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह।
✅ प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) का विस्तार सीवीड, सजावटी मछली और मोती पालन को शामिल करने के लिए सुझाया।
📍 क्षेत्र अवलोकन
✅ मत्स्य पालन – 3 करोड़ आजीविका को बनाए रखने वाला सूर्योदय क्षेत्र; भारत दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक है, जो वैश्विक उत्पादन में 8% का योगदान देता है।
✅ 2015 से, सरकार ने ₹38,572 करोड़ के निवेश को मंजूरी दी है, जिससे मछली उत्पादन 195 लाख टन (2023-24) तक पहुंचा है, 8.74% वार्षिक वृद्धि के साथ।
✅ DoF निर्यात और स्थानीय मूल्य श्रृंखलाओं को बढ़ावा देने के लिए क्लस्टर-आधारित एक्वाकल्चर हब और FFPOs को प्रोत्साहित कर रहा है।
📍 दृष्टि
✅ यह फीडबैक समावेशी, सतत और किसान-केंद्रित 5-वर्षीय रोडमैप को आकार देगा, जो विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण के अनुरूप होगा।
📍 मुख्य प्रश्न:
सतत नीली वृद्धि के संदर्भ में भारत के मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर क्षेत्र को मजबूत करने में सहभागी नीति ढांचों के महत्व पर चर्चा करें।
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🔆 माई भारत–राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) पुरस्कार 2022–23
📍 समाचार में
✅ भारत के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में माई भारत–राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) पुरस्कार 2022–23 प्रदान किए।
✅ ये पुरस्कार NSS इकाइयों, कार्यक्रम अधिकारियों, और स्वयंसेवकों द्वारा उत्कृष्ट स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा को सम्मानित करते हैं।
📍 पुरस्कार के बारे में
✅ परिचय: 1969 संस्थापक: युवा मामले और खेल मंत्रालय (1993–94)
✅ उद्देश्य: NSS के तहत सामुदायिक विकास में निःस्वार्थ योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को पहचानना और पुरस्कृत करना।
✅ पुरस्कार श्रेणियाँ:
• NSS इकाइयाँ: 10 पुरस्कार; प्रत्येक इकाई को कार्यक्रम विकास के लिए ₹2,00,000 और एक ट्रॉफी मिलती है।
• कार्यक्रम अधिकारी: 10 पुरस्कार; प्रत्येक अधिकारी को ₹1,50,000 के साथ एक रजत पदक और प्रमाणपत्र मिलता है।
• NSS स्वयंसेवक: 30 पुरस्कार; प्रत्येक स्वयंसेवक को ₹1,00,000, एक रजत पदक, और प्रमाणपत्र मिलता है।
📍 राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के बारे में
✅ शुरुआत: 1969 (महात्मा गांधी की जन्म शताब्दी के दौरान)।
✅ प्रकार: युवा मामले और खेल मंत्रालय के तहत केंद्रीय क्षेत्र योजना।
✅ उद्देश्य: स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा के माध्यम से छात्र युवाओं के व्यक्तित्व और चरित्र का विकास करना।
✅ मंत्र: “NOT ME, BUT YOU” (‘स्वयं से पहले आप’) — गांधीवादी आदर्शों से प्रेरित निःस्वार्थ सेवा और सामाजिक जिम्मेदारी।
✅ पैमाना: भारत भर में 40 लाख से अधिक स्वयंसेवक।
📍 मुख्य फोकस क्षेत्र
✅ ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता और शिक्षा पहल।
✅ स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, और पोषण कार्यक्रम।
✅ पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान।
✅ महिला सशक्तिकरण और आर्थिक विकास गतिविधियाँ।
✅ प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्य।
✅ सामाजिक जागरूकता अभियान जो समावेशन और नागरिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देते हैं।
💡 मुख्य प्रश्न:
राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की युवाओं की भागीदारी को राष्ट्र निर्माण और सामुदायिक विकास में बढ़ावा देने में महत्ता पर चर्चा करें।
#goverment_schemes
जुड़ें @PIB_UPSC
@upsc_government_scheme
📍 समाचार में
✅ भारत के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में माई भारत–राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) पुरस्कार 2022–23 प्रदान किए।
✅ ये पुरस्कार NSS इकाइयों, कार्यक्रम अधिकारियों, और स्वयंसेवकों द्वारा उत्कृष्ट स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा को सम्मानित करते हैं।
📍 पुरस्कार के बारे में
✅ परिचय: 1969 संस्थापक: युवा मामले और खेल मंत्रालय (1993–94)
✅ उद्देश्य: NSS के तहत सामुदायिक विकास में निःस्वार्थ योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को पहचानना और पुरस्कृत करना।
✅ पुरस्कार श्रेणियाँ:
• NSS इकाइयाँ: 10 पुरस्कार; प्रत्येक इकाई को कार्यक्रम विकास के लिए ₹2,00,000 और एक ट्रॉफी मिलती है।
• कार्यक्रम अधिकारी: 10 पुरस्कार; प्रत्येक अधिकारी को ₹1,50,000 के साथ एक रजत पदक और प्रमाणपत्र मिलता है।
• NSS स्वयंसेवक: 30 पुरस्कार; प्रत्येक स्वयंसेवक को ₹1,00,000, एक रजत पदक, और प्रमाणपत्र मिलता है।
📍 राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के बारे में
✅ शुरुआत: 1969 (महात्मा गांधी की जन्म शताब्दी के दौरान)।
✅ प्रकार: युवा मामले और खेल मंत्रालय के तहत केंद्रीय क्षेत्र योजना।
✅ उद्देश्य: स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा के माध्यम से छात्र युवाओं के व्यक्तित्व और चरित्र का विकास करना।
✅ मंत्र: “NOT ME, BUT YOU” (‘स्वयं से पहले आप’) — गांधीवादी आदर्शों से प्रेरित निःस्वार्थ सेवा और सामाजिक जिम्मेदारी।
✅ पैमाना: भारत भर में 40 लाख से अधिक स्वयंसेवक।
📍 मुख्य फोकस क्षेत्र
✅ ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता और शिक्षा पहल।
✅ स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, और पोषण कार्यक्रम।
✅ पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान।
✅ महिला सशक्तिकरण और आर्थिक विकास गतिविधियाँ।
✅ प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्य।
✅ सामाजिक जागरूकता अभियान जो समावेशन और नागरिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देते हैं।
💡 मुख्य प्रश्न:
राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की युवाओं की भागीदारी को राष्ट्र निर्माण और सामुदायिक विकास में बढ़ावा देने में महत्ता पर चर्चा करें।
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🔆 “Why Gandhi Still Matters” – राजमोहन गांधी
📘 नेतृत्व, नैतिकता और लोकतंत्र
✅ गांधी की प्रासंगिकता पर
🗨️ “गांधी के विचार अतीत की धरोहर नहीं हैं, बल्कि वर्तमान के तूफ़ानों में दिशा दिखाने वाले मार्गदर्शक हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: नैतिकता, सुशासन, अहिंसा, आधुनिक नेतृत्व
✅ शक्ति और नैतिकता पर
🗨️ “उन्होंने दिखाया कि शक्ति बिना क्रूरता और अधिकार बिना अहंकार के भी प्रयोग की जा सकती है।”
📌 निबंध में उपयोग: नेतृत्व, राजनीति में नैतिकता, सिविल सेवा आचरण
✅ लोकतंत्र पर
🗨️ “सच्चा लोकतंत्र केवल सिरों की गिनती नहीं मांगता, बल्कि अंतःकरण की जागरूकता मांगता है।”
📌 निबंध में उपयोग: लोकतांत्रिक मूल्य, भागीदारीपूर्ण शासन, सार्वजनिक जीवन में नैतिकता
✅ न्याय पर
🗨️ “गांधी मानते थे कि कहीं भी अन्याय, हर जगह न्याय को कमज़ोर करता है।”
📌 निबंध में उपयोग: सामाजिक न्याय, मानव अधिकार, समानता
✅ अहिंसा पर
🗨️ “अहिंसा गांधी की कमजोरी नहीं थी, बल्कि उनकी सबसे बड़ी शक्ति थी।”
📌 निबंध में उपयोग: संघर्ष समाधान, शांति, नैतिक शासन
#essay
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📘 नेतृत्व, नैतिकता और लोकतंत्र
✅ गांधी की प्रासंगिकता पर
🗨️ “गांधी के विचार अतीत की धरोहर नहीं हैं, बल्कि वर्तमान के तूफ़ानों में दिशा दिखाने वाले मार्गदर्शक हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: नैतिकता, सुशासन, अहिंसा, आधुनिक नेतृत्व
✅ शक्ति और नैतिकता पर
🗨️ “उन्होंने दिखाया कि शक्ति बिना क्रूरता और अधिकार बिना अहंकार के भी प्रयोग की जा सकती है।”
📌 निबंध में उपयोग: नेतृत्व, राजनीति में नैतिकता, सिविल सेवा आचरण
✅ लोकतंत्र पर
🗨️ “सच्चा लोकतंत्र केवल सिरों की गिनती नहीं मांगता, बल्कि अंतःकरण की जागरूकता मांगता है।”
📌 निबंध में उपयोग: लोकतांत्रिक मूल्य, भागीदारीपूर्ण शासन, सार्वजनिक जीवन में नैतिकता
✅ न्याय पर
🗨️ “गांधी मानते थे कि कहीं भी अन्याय, हर जगह न्याय को कमज़ोर करता है।”
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✅ अहिंसा पर
🗨️ “अहिंसा गांधी की कमजोरी नहीं थी, बल्कि उनकी सबसे बड़ी शक्ति थी।”
📌 निबंध में उपयोग: संघर्ष समाधान, शांति, नैतिक शासन
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