doc2025823619001.pdf
1.2 MB
🔆 भारत का मत्स्य पालन क्षेत्र: पीएमएमएसवाई के तहत विकास, तकनीक और समावेशन
📍 समाचार में क्यों?
मत्स्य पालन मंत्रालय ने भारत के मत्स्य पालन क्षेत्र की प्रगति पर विस्तृत अपडेट जारी किया है, जिसमें पीएमएमएसवाई के तहत रिकॉर्ड उत्पादन, तकनीकी समावेशन, जनजातीय समावेशन और सतत् एक्वाकल्चर को उजागर किया गया है।
📍 मुख्य हाइलाइट्स और आंकड़े
✅ मछली उत्पादन दोगुना: 96 लाख टन (2013–14) → 195 लाख टन (2024–25)
✅ आंतरिक मत्स्य पालन में 142% की वृद्धि: 61 लाख → 147.37 लाख टन
✅ पीएमएमएसवाई के तहत ₹21,274 करोड़ के परियोजनाएं स्वीकृत
✅ 4.76 लाख मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ₹3,214 करोड़ वितरित
✅ एनएफडीपी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर 26+ लाख हितधारक पंजीकृत
✅ ₹2,703 करोड़ आवंटित (2025–26) — मत्स्य पालन के लिए अब तक का सबसे बड़ा बजट
✅ 11 इंटीग्रेटेड एक्वापार्क स्वीकृत | ₹682 करोड़
✅ 12,000 आरएएस यूनिट और 4,205 बायोफ्लॉक यूनिट स्वीकृत
✅ स्मार्ट फिशिंग हार्बर: वनकबारा, करैकल, जाखाऊ
✅ 39 स्टार्टअप का समर्थन; ₹31 करोड़ सब्सिडी स्वीकृत
✅ ₹3,973 करोड़ मूल्य की महिला-केंद्रित परियोजनाएं स्वीकृत
📍 प्रमुख योजनाएं
🔹 प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) – अवसंरचना, मूल्य श्रृंखला, तकनीक
🔹 प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह-योजना (PM-MKSSY) – औपचारिकता, क्रेडिट, एमएसएमई समर्थन
🔹 एफआईडीएफ – ₹7,522 करोड़ का अवसंरचना कोष, ब्याज सबवेंशन और क्रेडिट गारंटी के साथ
🔹 एनएफडीपी – मछुआरों के लिए वन-स्टॉप डिजिटल पोर्टल
🔹 डीए-जेगुआ – जनजातीय मत्स्य पालन आउटरीच: 10,000 समूह, 1 लाख व्यक्ति
🧠 #GS3 #Economy #BlueEconomy #PMMSY #FisheriesReform
@PIB_UPSC
@upsc_4_economy
📍 समाचार में क्यों?
मत्स्य पालन मंत्रालय ने भारत के मत्स्य पालन क्षेत्र की प्रगति पर विस्तृत अपडेट जारी किया है, जिसमें पीएमएमएसवाई के तहत रिकॉर्ड उत्पादन, तकनीकी समावेशन, जनजातीय समावेशन और सतत् एक्वाकल्चर को उजागर किया गया है।
📍 मुख्य हाइलाइट्स और आंकड़े
✅ मछली उत्पादन दोगुना: 96 लाख टन (2013–14) → 195 लाख टन (2024–25)
✅ आंतरिक मत्स्य पालन में 142% की वृद्धि: 61 लाख → 147.37 लाख टन
✅ पीएमएमएसवाई के तहत ₹21,274 करोड़ के परियोजनाएं स्वीकृत
✅ 4.76 लाख मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ₹3,214 करोड़ वितरित
✅ एनएफडीपी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर 26+ लाख हितधारक पंजीकृत
✅ ₹2,703 करोड़ आवंटित (2025–26) — मत्स्य पालन के लिए अब तक का सबसे बड़ा बजट
✅ 11 इंटीग्रेटेड एक्वापार्क स्वीकृत | ₹682 करोड़
✅ 12,000 आरएएस यूनिट और 4,205 बायोफ्लॉक यूनिट स्वीकृत
✅ स्मार्ट फिशिंग हार्बर: वनकबारा, करैकल, जाखाऊ
✅ 39 स्टार्टअप का समर्थन; ₹31 करोड़ सब्सिडी स्वीकृत
✅ ₹3,973 करोड़ मूल्य की महिला-केंद्रित परियोजनाएं स्वीकृत
📍 प्रमुख योजनाएं
🔹 प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) – अवसंरचना, मूल्य श्रृंखला, तकनीक
🔹 प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह-योजना (PM-MKSSY) – औपचारिकता, क्रेडिट, एमएसएमई समर्थन
🔹 एफआईडीएफ – ₹7,522 करोड़ का अवसंरचना कोष, ब्याज सबवेंशन और क्रेडिट गारंटी के साथ
🔹 एनएफडीपी – मछुआरों के लिए वन-स्टॉप डिजिटल पोर्टल
🔹 डीए-जेगुआ – जनजातीय मत्स्य पालन आउटरीच: 10,000 समूह, 1 लाख व्यक्ति
📚 प्रारंभिक MCQ
प्रश्न: पीएमएमएसवाई के तहत उच्च घनत्व एक्वाकल्चर के लिए कौन सी तकनीक को बढ़ावा दिया जाता है?
A) हाइड्रोपोनिक्स
B) सोलर केज
C) रीसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम (RAS) ✅
D) नैनो-फार्मिंग
✍️ मुख्य परीक्षा (GS3 – 250 शब्द)
प्रश्न: भारत की ब्लू इकॉनमी रणनीति में मत्स्य पालन क्षेत्र की भूमिका पर चर्चा करें। पीएमएमएसवाई और पीएम-एमकेएसएसवाई जैसी योजनाएं सतत और समावेशी मत्स्य पालन विकास में कैसे योगदान देती हैं?
🧠 #GS3 #Economy #BlueEconomy #PMMSY #FisheriesReform
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❤2
Press Release_Press Information Bureau (4).pdf
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🔆 भारत का साहसिक अंतरिक्ष दृष्टिकोण: 100+ उपग्रह, गगनयान अंतरिक्ष यात्री, और 2040 तक चंद्रमा
📍 समाचार में क्यों?
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2025 पर, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत के 15-वर्षीय अंतरिक्ष रोडमैप का खुलासा किया, जिसमें शामिल हैं:
• 🚀 2040 तक 100+ उपग्रह लॉन्च किए जाएंगे (70% छोटे उपग्रह)
• 👨🚀 मानव अंतरिक्ष उड़ान (गगनयान 2027 में), चंद्रयान-4, शुक्र मिशन
• 🌕 भारतीय अंतरिक्ष यात्री 2040 में चंद्रमा से “विकसित भारत 2047” घोषित करेंगे
📍 मुख्य विशेषताएं
✅ थीम: “आर्यभट्ट से गगनयान: प्राचीन ज्ञान से अनंत संभावनाएं”
✅ गगनयान अंतरिक्ष यात्रियों (4 वायुसेना अधिकारी) का सम्मान
✅ भारतीय अंतरिक्ष हैकाथॉन और इसरो रोबोटिक्स चैलेंज के विजेताओं को सम्मानित किया गया
✅ निजी क्षेत्र नवाचार, छात्र भागीदारी, एआई/एमएल, और ड्रोन पर जोर
✅ 2035 तक भारत अंतरिक्ष स्टेशन की योजना
✅ 2025 में वायुमित्र (मानव-रोबोट मिशन)
📍 सिविल सेवा प्रासंगिकता
✅ शासन के लिए अंतरिक्ष-प्रौद्योगिकी: आपदा सहनशीलता, भूमि मानचित्रण, स्मार्ट शहर
✅ अंतरिक्ष में भारत की सॉफ्ट पावर और रणनीतिक स्वायत्तता
✅ स्टार्टअप इकोसिस्टम + सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) अनुसंधान एवं विकास में
✅ विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार → विकसित भारत की कुंजी
📍 प्रिलिम्स पॉइंटर्स
✅ “फ्लाई मी ऑन मार्स” – इसरो रोबोटिक्स चैलेंज थीम
✅ वायुमित्र → मानव-रोबोट मिशन (2025)
✅ चंद्रमित्र (2028), भारत अंतरिक्ष स्टेशन (2035 तक)
✅ 300+ उपयोगकर्ता विभागों की बातचीत से 5000 पृष्ठों का अंतरिक्ष रोडमैप
📍 मेन्स एंगल – GS3 / निबंध
🔹 विकास के उपकरण के रूप में अंतरिक्ष
🔹 तकनीकी नवाचार में सार्वजनिक-निजी भूमिका
🔹 रणनीतिक स्वायत्तता और वैज्ञानिक राष्ट्रवाद
📌 उद्धरण:
“भारत अब अनुयायी नहीं है; अन्य राष्ट्र अब अपने मिशनों में मूल्य जोड़ने के लिए भारत की ओर देखते हैं” — डॉ. जितेंद्र सिंह
🧠 #GS3 #SpacePolicy #ViksitBharat2047
#prelims #mains
#science_technology
#science_and_technology
@PIB_UPSC
@upsc_science_and_technology
📍 समाचार में क्यों?
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2025 पर, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत के 15-वर्षीय अंतरिक्ष रोडमैप का खुलासा किया, जिसमें शामिल हैं:
• 🚀 2040 तक 100+ उपग्रह लॉन्च किए जाएंगे (70% छोटे उपग्रह)
• 👨🚀 मानव अंतरिक्ष उड़ान (गगनयान 2027 में), चंद्रयान-4, शुक्र मिशन
• 🌕 भारतीय अंतरिक्ष यात्री 2040 में चंद्रमा से “विकसित भारत 2047” घोषित करेंगे
📍 मुख्य विशेषताएं
✅ थीम: “आर्यभट्ट से गगनयान: प्राचीन ज्ञान से अनंत संभावनाएं”
✅ गगनयान अंतरिक्ष यात्रियों (4 वायुसेना अधिकारी) का सम्मान
✅ भारतीय अंतरिक्ष हैकाथॉन और इसरो रोबोटिक्स चैलेंज के विजेताओं को सम्मानित किया गया
✅ निजी क्षेत्र नवाचार, छात्र भागीदारी, एआई/एमएल, और ड्रोन पर जोर
✅ 2035 तक भारत अंतरिक्ष स्टेशन की योजना
✅ 2025 में वायुमित्र (मानव-रोबोट मिशन)
📍 सिविल सेवा प्रासंगिकता
✅ शासन के लिए अंतरिक्ष-प्रौद्योगिकी: आपदा सहनशीलता, भूमि मानचित्रण, स्मार्ट शहर
✅ अंतरिक्ष में भारत की सॉफ्ट पावर और रणनीतिक स्वायत्तता
✅ स्टार्टअप इकोसिस्टम + सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) अनुसंधान एवं विकास में
✅ विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार → विकसित भारत की कुंजी
📍 प्रिलिम्स पॉइंटर्स
✅ “फ्लाई मी ऑन मार्स” – इसरो रोबोटिक्स चैलेंज थीम
✅ वायुमित्र → मानव-रोबोट मिशन (2025)
✅ चंद्रमित्र (2028), भारत अंतरिक्ष स्टेशन (2035 तक)
✅ 300+ उपयोगकर्ता विभागों की बातचीत से 5000 पृष्ठों का अंतरिक्ष रोडमैप
📍 मेन्स एंगल – GS3 / निबंध
🔹 विकास के उपकरण के रूप में अंतरिक्ष
🔹 तकनीकी नवाचार में सार्वजनिक-निजी भूमिका
🔹 रणनीतिक स्वायत्तता और वैज्ञानिक राष्ट्रवाद
📌 उद्धरण:
“भारत अब अनुयायी नहीं है; अन्य राष्ट्र अब अपने मिशनों में मूल्य जोड़ने के लिए भारत की ओर देखते हैं” — डॉ. जितेंद्र सिंह
🧠 #GS3 #SpacePolicy #ViksitBharat2047
#prelims #mains
#science_technology
#science_and_technology
@PIB_UPSC
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doc2025825619701.pdf
1.5 MB
🔆 प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY)
📍 माओं को सशक्त बनाना, पीढ़ियों को आकार देना
✅ शुरुआत: 1 जनवरी 2017 को मिशन शक्ति के तहत
✅ मंत्रालय: महिला एवं बाल विकास
✅ प्रकार: मातृत्व लाभ योजना (राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013)
📍 मुख्य विशेषताएं
✅ पहली जीवित संतान के लिए ₹5,000; दूसरी लड़की संतान के लिए ₹6,000 (PMMVY 2.0)
✅ जननी सुरक्षा योजना से जुड़ा (₹6,000+)
✅ संस्थागत प्रसव, पोषण और लड़की बच्चे के कल्याण को प्रोत्साहित करता है
✅ कामकाजी महिलाओं के लिए वेतन हानि की भरपाई
📍 महत्व क्यों?
✅ भारत की हर तीसरी महिला कुपोषित है, दूसरी महिला एनीमिक है
✅ खराब मातृ पोषण → कम जन्म वजन → जीवन भर स्वास्थ्य समस्याएं
✅ PMMVY पहले 6 महीनों में पोषण, आराम, स्तनपान का समर्थन करता है
📍 PMMVY 2.0 की मुख्य बातें (अप्रैल 2022 से)
✅ दूसरी जीवित लड़की संतान को कवर करता है (सकारात्मक लिंग मानदंडों को बढ़ावा)
✅ आर्थिक सशक्तिकरण के लिए मिशन शक्ति के तहत समर्थ्य का हिस्सा
✅ राज्यों/जिलों के माध्यम से नई डिजिटल निगरानी के तहत लागू
📍 डिजिटल सुधार और वितरण
✅ आधार आधारित DBT, चेहरे की पहचान और UIDAI/NPCI सत्यापन
✅ 12 भाषाओं में एसएमएस के माध्यम से रियल-टाइम अपडेट
✅ PMMVY मोबाइल ऐप और पोर्टल के माध्यम से क्षेत्रीय स्तर की पहुंच
✅ टोल-फ्री हेल्पलाइन (14408), बहुभाषी शिकायत निवारण
📍 निष्कर्ष
PMMVY सुनिश्चित करता है पोषण + वित्तीय सहायता + लिंग समानता — जो मातृत्व से ही महिला-नेतृत्व वाले विकास को सक्षम बनाता है। डिजिटल शासन और घर पर सेवा के साथ, यह माँ और बच्चे दोनों की सुरक्षा करता है।
#WomenEmpowerment #MatruVandana
📍 माओं को सशक्त बनाना, पीढ़ियों को आकार देना
✅ शुरुआत: 1 जनवरी 2017 को मिशन शक्ति के तहत
✅ मंत्रालय: महिला एवं बाल विकास
✅ प्रकार: मातृत्व लाभ योजना (राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013)
📍 मुख्य विशेषताएं
✅ पहली जीवित संतान के लिए ₹5,000; दूसरी लड़की संतान के लिए ₹6,000 (PMMVY 2.0)
✅ जननी सुरक्षा योजना से जुड़ा (₹6,000+)
✅ संस्थागत प्रसव, पोषण और लड़की बच्चे के कल्याण को प्रोत्साहित करता है
✅ कामकाजी महिलाओं के लिए वेतन हानि की भरपाई
📍 महत्व क्यों?
✅ भारत की हर तीसरी महिला कुपोषित है, दूसरी महिला एनीमिक है
✅ खराब मातृ पोषण → कम जन्म वजन → जीवन भर स्वास्थ्य समस्याएं
✅ PMMVY पहले 6 महीनों में पोषण, आराम, स्तनपान का समर्थन करता है
📍 PMMVY 2.0 की मुख्य बातें (अप्रैल 2022 से)
✅ दूसरी जीवित लड़की संतान को कवर करता है (सकारात्मक लिंग मानदंडों को बढ़ावा)
✅ आर्थिक सशक्तिकरण के लिए मिशन शक्ति के तहत समर्थ्य का हिस्सा
✅ राज्यों/जिलों के माध्यम से नई डिजिटल निगरानी के तहत लागू
📍 डिजिटल सुधार और वितरण
✅ आधार आधारित DBT, चेहरे की पहचान और UIDAI/NPCI सत्यापन
✅ 12 भाषाओं में एसएमएस के माध्यम से रियल-टाइम अपडेट
✅ PMMVY मोबाइल ऐप और पोर्टल के माध्यम से क्षेत्रीय स्तर की पहुंच
✅ टोल-फ्री हेल्पलाइन (14408), बहुभाषी शिकायत निवारण
📍 निष्कर्ष
PMMVY सुनिश्चित करता है पोषण + वित्तीय सहायता + लिंग समानता — जो मातृत्व से ही महिला-नेतृत्व वाले विकास को सक्षम बनाता है। डिजिटल शासन और घर पर सेवा के साथ, यह माँ और बच्चे दोनों की सुरक्षा करता है।
#WomenEmpowerment #MatruVandana
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🔆 DRDO ने मल्टी-लेयर्ड एयर डिफेंस सिस्टम का परीक्षण किया
📍समाचार: DRDO ने ओडिशा के तट के पास इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम (IADWS) का सफलतापूर्वक पहला उड़ान परीक्षण किया है।
✅ IADWS क्या है?
एक पूरी तरह से स्वदेशी मल्टी-लेयर्ड एयर डिफेंस सिस्टम जिसमें शामिल हैं:
🔹 QRSAM (क्विक रिएक्शन सर्फेस-टू-एयर मिसाइल्स)
🔹 VSHORADS (वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम)
🔹 DEW (लेजर तकनीक का उपयोग करने वाला डायरेक्टेड एनर्जी वेपन)
🛰️ क्या परीक्षण किया गया?
तीन हवाई लक्ष्यों (2 UAVs + 1 ड्रोन) को एक साथ पता लगाया गया, ट्रैक किया गया और नष्ट किया गया।
सभी घटकों (मिसाइल सिस्टम, कमांड और कंट्रोल, राडार) ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
🗣️ महत्व: यह ड्रोन, UAVs और मिसाइल जैसी आधुनिक खतरों के खिलाफ भारत की आत्मनिर्भर परतदार हवाई रक्षा संरचना को मजबूत करता है।
#DefenceInnovation #DRDO
#Security
📍समाचार: DRDO ने ओडिशा के तट के पास इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम (IADWS) का सफलतापूर्वक पहला उड़ान परीक्षण किया है।
✅ IADWS क्या है?
एक पूरी तरह से स्वदेशी मल्टी-लेयर्ड एयर डिफेंस सिस्टम जिसमें शामिल हैं:
🔹 QRSAM (क्विक रिएक्शन सर्फेस-टू-एयर मिसाइल्स)
🔹 VSHORADS (वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम)
🔹 DEW (लेजर तकनीक का उपयोग करने वाला डायरेक्टेड एनर्जी वेपन)
🛰️ क्या परीक्षण किया गया?
तीन हवाई लक्ष्यों (2 UAVs + 1 ड्रोन) को एक साथ पता लगाया गया, ट्रैक किया गया और नष्ट किया गया।
सभी घटकों (मिसाइल सिस्टम, कमांड और कंट्रोल, राडार) ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
🗣️ महत्व: यह ड्रोन, UAVs और मिसाइल जैसी आधुनिक खतरों के खिलाफ भारत की आत्मनिर्भर परतदार हवाई रक्षा संरचना को मजबूत करता है।
📘 प्रिलिम्स
प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन-से भारत के इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम (IADWS) के घटक हैं?
1. क्विक रिएक्शन सर्फेस-टू-एयर मिसाइल्स (QRSAM)
2. लेजर आधारित डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW)
3. लॉन्ग-रेंज इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल्स (ICBM)
4. वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS)
नीचे दिए गए कोड का उपयोग करके सही उत्तर चुनें:
A. केवल 1 और 2
B. केवल 1, 2 और 4 ✅
C. केवल 2 और 3
D. उपरोक्त सभी
📝 मेन्स GS3 प्रश्न:
"भारत की परतदार हवाई रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में DRDO के इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम (IADWS) का रणनीतिक महत्व क्या है? यह रक्षा में भारत की स्वदेशीकरण की दिशा को कैसे दर्शाता है?"
#DefenceInnovation #DRDO
#Security
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🔆 प्रधान मंत्री विकास: कौशल, संस्कृति और क्रेडिट के माध्यम से अल्पसंख्यकों को सशक्त बनाना
📍 समाचार में क्यों?
प्रधान मंत्री विकास, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की मुख्य योजना, कौशल विकास, शिक्षा और सांस्कृतिक पहलों को सुव्यवस्थित कर रही है।
📍 प्रधान मंत्री विकास की मुख्य विशेषताएं
✅ पूरा नाम: प्रधान मंत्री विरासत का संवर्धन
✅ प्रकार: केंद्रीय क्षेत्र योजना
✅ मर्ज की गई योजनाएं:
🔹 सीखो और कमाओ (कौशल प्रशिक्षण)
🔹 उस्ताद (कारीगर समर्थन)
🔹 हमारी धरोहर (सांस्कृतिक संरक्षण)
🔹 नई रोशनी (महिला नेतृत्व)
🔹 नई मंज़िल (शिक्षा और आजीविका)
📍 लक्षित लाभार्थी
✅ छह सूचित अल्पसंख्यक समुदाय:
मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी
📍 मुख्य घटक
🟩 कौशल विकास – पारंपरिक और आधुनिक व्यवसाय (NSQF-अनुरूप)
🟩 शिक्षा – NIOS के माध्यम से खुला विद्यालयी शिक्षा
🟩 महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता
🟩 बुनियादी ढांचा – प्रधान मंत्री जन विकास कार्यक्रम के माध्यम से
🟩 क्रेडिट लिंक – NMDFC ऋण के माध्यम से
🟩 कारीगर समर्थन – ज्ञान साझेदार के रूप में EPCH
📍 प्लेसमेंट अनिवार्यता
✅ प्रशिक्षित उम्मीदवारों का 75% प्रशिक्षण के बाद नियुक्त होना चाहिए
#Govt_schemes
📍 समाचार में क्यों?
प्रधान मंत्री विकास, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की मुख्य योजना, कौशल विकास, शिक्षा और सांस्कृतिक पहलों को सुव्यवस्थित कर रही है।
📍 प्रधान मंत्री विकास की मुख्य विशेषताएं
✅ पूरा नाम: प्रधान मंत्री विरासत का संवर्धन
✅ प्रकार: केंद्रीय क्षेत्र योजना
✅ मर्ज की गई योजनाएं:
🔹 सीखो और कमाओ (कौशल प्रशिक्षण)
🔹 उस्ताद (कारीगर समर्थन)
🔹 हमारी धरोहर (सांस्कृतिक संरक्षण)
🔹 नई रोशनी (महिला नेतृत्व)
🔹 नई मंज़िल (शिक्षा और आजीविका)
📍 लक्षित लाभार्थी
✅ छह सूचित अल्पसंख्यक समुदाय:
मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी
📍 मुख्य घटक
🟩 कौशल विकास – पारंपरिक और आधुनिक व्यवसाय (NSQF-अनुरूप)
🟩 शिक्षा – NIOS के माध्यम से खुला विद्यालयी शिक्षा
🟩 महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता
🟩 बुनियादी ढांचा – प्रधान मंत्री जन विकास कार्यक्रम के माध्यम से
🟩 क्रेडिट लिंक – NMDFC ऋण के माध्यम से
🟩 कारीगर समर्थन – ज्ञान साझेदार के रूप में EPCH
📍 प्लेसमेंट अनिवार्यता
✅ प्रशिक्षित उम्मीदवारों का 75% प्रशिक्षण के बाद नियुक्त होना चाहिए
#Govt_schemes
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भारत में औद्योगिक वृद्धि को बढ़ावा देने हेतु प्रमुख सरकारी पहलें क्या हैं?
✅उत्पादन-संबद्ध प्रोत्साहन (PLI): घरेलू विनिर्माण क्षमता को बढ़ाने हेतु।
✅पीएम गति शक्ति- राष्ट्रीय मास्टर प्लान: मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी अवसंरचना परियोजना।
✅भारतमाला और सागरमाला परियोजना: कनेक्टिविटी में सुधार (सड़क और समुद्री)।
✅स्टार्ट-अप इंडिया: भारत में स्टार्टअप संस्कृति को उत्प्रेरित करना।
✅मेक इन इंडिया 2.0: भारत को वैश्विक डिज़ाइन और विनिर्माण केंद्र में बदलना।
✅आत्मनिर्भर भारत अभियान: आयात पर निर्भरता कम करने के लिये।
✅विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ): अतिरिक्त आर्थिक गतिविधियों के सृजन और वस्तुओं व सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिये।
✅MSME इनोवेटिव स्कीम: विचारों को नवाचार में बदलने हेतु संपूर्ण मूल्य शृंखला को प्रोत्साहित करने के लिये, जिसमें इनक्यूबेशन और डिज़ाइन हस्तक्षेप शामिल
✅उत्पादन-संबद्ध प्रोत्साहन (PLI): घरेलू विनिर्माण क्षमता को बढ़ाने हेतु।
✅पीएम गति शक्ति- राष्ट्रीय मास्टर प्लान: मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी अवसंरचना परियोजना।
✅भारतमाला और सागरमाला परियोजना: कनेक्टिविटी में सुधार (सड़क और समुद्री)।
✅स्टार्ट-अप इंडिया: भारत में स्टार्टअप संस्कृति को उत्प्रेरित करना।
✅मेक इन इंडिया 2.0: भारत को वैश्विक डिज़ाइन और विनिर्माण केंद्र में बदलना।
✅आत्मनिर्भर भारत अभियान: आयात पर निर्भरता कम करने के लिये।
✅विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ): अतिरिक्त आर्थिक गतिविधियों के सृजन और वस्तुओं व सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिये।
✅MSME इनोवेटिव स्कीम: विचारों को नवाचार में बदलने हेतु संपूर्ण मूल्य शृंखला को प्रोत्साहित करने के लिये, जिसमें इनक्यूबेशन और डिज़ाइन हस्तक्षेप शामिल
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🔆 “Wings of Fire” – डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
📘 संघर्ष, सपने और राष्ट्र-निर्माण की कहानी
✅ सपनों पर
🗨️ “सपने वे नहीं हैं जो आप सोते समय देखते हैं, सपने वे हैं जो आपको सोने नहीं देते।”
📌 निबंध में उपयोग: युवा शक्ति, आकांक्षाएँ, परिवर्तनकारी सोच
✅ संघर्ष और सफलता पर
🗨️ “कठिनाइयाँ हमें निराश करने के लिए नहीं आतीं, वे हमारे भीतर छिपी हुई शक्ति को जगाने आती हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: धैर्य, संघर्ष से विकास, सकारात्मक दृष्टिकोण
✅ विज्ञान और प्रगति पर
🗨️ “विज्ञान ही वह शक्ति है जो एक साधारण राष्ट्र को महान बना सकती है।”
📌 निबंध में उपयोग: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, आत्मनिर्भर भारत, विकास
✅ नेतृत्व पर
🗨️ “महान नेता वह है जो अपनी टीम में आत्मविश्वास जगाता है और असफलता की जिम्मेदारी स्वयं लेता है।”
📌 निबंध में उपयोग: प्रशासनिक नेतृत्व, नैतिक उत्तरदायित्व, टीमवर्क
✅ राष्ट्र-निर्माण पर
🗨️ “जब तक भारत का हर गाँव समृद्ध नहीं होगा, तब तक भारत विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता।”
📌 निबंध में उपयोग: समावेशी विकास, ग्रामीण भारत, राष्ट्र का भविष्य
#essays
📘 संघर्ष, सपने और राष्ट्र-निर्माण की कहानी
✅ सपनों पर
🗨️ “सपने वे नहीं हैं जो आप सोते समय देखते हैं, सपने वे हैं जो आपको सोने नहीं देते।”
📌 निबंध में उपयोग: युवा शक्ति, आकांक्षाएँ, परिवर्तनकारी सोच
✅ संघर्ष और सफलता पर
🗨️ “कठिनाइयाँ हमें निराश करने के लिए नहीं आतीं, वे हमारे भीतर छिपी हुई शक्ति को जगाने आती हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: धैर्य, संघर्ष से विकास, सकारात्मक दृष्टिकोण
✅ विज्ञान और प्रगति पर
🗨️ “विज्ञान ही वह शक्ति है जो एक साधारण राष्ट्र को महान बना सकती है।”
📌 निबंध में उपयोग: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, आत्मनिर्भर भारत, विकास
✅ नेतृत्व पर
🗨️ “महान नेता वह है जो अपनी टीम में आत्मविश्वास जगाता है और असफलता की जिम्मेदारी स्वयं लेता है।”
📌 निबंध में उपयोग: प्रशासनिक नेतृत्व, नैतिक उत्तरदायित्व, टीमवर्क
✅ राष्ट्र-निर्माण पर
🗨️ “जब तक भारत का हर गाँव समृद्ध नहीं होगा, तब तक भारत विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता।”
📌 निबंध में उपयोग: समावेशी विकास, ग्रामीण भारत, राष्ट्र का भविष्य
#essays
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🔶 मैडेन -जूलियन दोलन (MJO): एक उष्णकटिबंधीय वर्षा चालक
📍 MJO क्या है?
✅ मैडेन -जूलियन दोलन एक उष्णकटिबंधीय वायुमंडलीय घटना है जिसमें बादलों, हवाओं और दबाव की एक चलती प्रणाली शामिल है, जो भूमध्य रेखा के साथ पूर्व की ओर यात्रा करता है, वर्षा या सूखापन के चरणों को लाता है।
✅ यह पहली बार 1971 में रोलैंड मैडेन और पॉल जूलियन द्वारा नेशनल सेंटर फॉर वायुमंडलीय रिसर्च, कोलोराडो में खोजा गया था।
✅ एमजेओ 30-60 दिनों में एक वैश्विक चक्र पूरा करता है, कभी -कभी 90 दिनों तक फैलता है।
📍key विशेषताएँ
✅ दो क्षेत्र:
• 🔹 सक्रिय चरण - बढ़ी हुई वर्षा, मजबूत संवहन
• 🔹 🔹 दबा हुआ चरण - बाधित संवहन, शुष्क स्थिति
✅ पूर्व की ओर आंदोलन: 4-8 m/s पर यात्रा करता है, मुख्य रूप से 30 ° N और 30 ° S के बीच
✅ यह प्रमुख उष्णकटिबंधीय मौसम प्रणालियों को प्रभावित करता है, जैसे:
• भारतीय मानसून 🌧
• चक्रवातों का गठन और गहनता 🌪
• सूखे मंत्र और भारी वर्षा की घटनाएँ 🌦
📍phases और उनका प्रभाव
✅ सक्रिय चरण के दौरान:
• बढ़ा हुआ बादल गठन ☁
• मजबूत संवहन और गरज की गतिविधि ⛈
• प्रभावित क्षेत्रों में औसत से अधिक बारिश की बारिश
✅ दमन चरण के दौरान:
• कम संवहन
• वर्षा या लंबे समय तक सूखे मंत्र में कमी
📍 यह भारत के लिए क्यों मायने रखता है
✅ एमजेओ की स्थिति और शक्ति भारतीय मानसून को संशोधित कर सकती है, जो समय और तीव्रता दोनों को प्रभावित करती है।
✅ एमजेओ चरणों को समझने से मौसम के पूर्वानुमान और आपदा तैयारियों में सुधार करने में मदद मिलती है - विशेष रूप से मानसून योजना और चक्रवात चेतावनी के लिए।
📍 MJO क्या है?
✅ मैडेन -जूलियन दोलन एक उष्णकटिबंधीय वायुमंडलीय घटना है जिसमें बादलों, हवाओं और दबाव की एक चलती प्रणाली शामिल है, जो भूमध्य रेखा के साथ पूर्व की ओर यात्रा करता है, वर्षा या सूखापन के चरणों को लाता है।
✅ यह पहली बार 1971 में रोलैंड मैडेन और पॉल जूलियन द्वारा नेशनल सेंटर फॉर वायुमंडलीय रिसर्च, कोलोराडो में खोजा गया था।
✅ एमजेओ 30-60 दिनों में एक वैश्विक चक्र पूरा करता है, कभी -कभी 90 दिनों तक फैलता है।
📍key विशेषताएँ
✅ दो क्षेत्र:
• 🔹 सक्रिय चरण - बढ़ी हुई वर्षा, मजबूत संवहन
• 🔹 🔹 दबा हुआ चरण - बाधित संवहन, शुष्क स्थिति
✅ पूर्व की ओर आंदोलन: 4-8 m/s पर यात्रा करता है, मुख्य रूप से 30 ° N और 30 ° S के बीच
✅ यह प्रमुख उष्णकटिबंधीय मौसम प्रणालियों को प्रभावित करता है, जैसे:
• भारतीय मानसून 🌧
• चक्रवातों का गठन और गहनता 🌪
• सूखे मंत्र और भारी वर्षा की घटनाएँ 🌦
📍phases और उनका प्रभाव
✅ सक्रिय चरण के दौरान:
• बढ़ा हुआ बादल गठन ☁
• मजबूत संवहन और गरज की गतिविधि ⛈
• प्रभावित क्षेत्रों में औसत से अधिक बारिश की बारिश
✅ दमन चरण के दौरान:
• कम संवहन
• वर्षा या लंबे समय तक सूखे मंत्र में कमी
📍 यह भारत के लिए क्यों मायने रखता है
✅ एमजेओ की स्थिति और शक्ति भारतीय मानसून को संशोधित कर सकती है, जो समय और तीव्रता दोनों को प्रभावित करती है।
✅ एमजेओ चरणों को समझने से मौसम के पूर्वानुमान और आपदा तैयारियों में सुधार करने में मदद मिलती है - विशेष रूप से मानसून योजना और चक्रवात चेतावनी के लिए।
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कृषि और संबद्ध क्षेत्र भारत के GDP में लगभग 16% का योगदान करते हैं और देश की 46% से अधिक आबादी की आजीविका का आधार हैं, जिससे यह आर्थिक जीवनयापन का एक मूल स्तंभ बनता है।
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🔆 INDIA -WFP सहयोग: ग्लोबल हंगर का मुकाबला करना
🗓 25 अगस्त 2025 | हस्ताक्षरित: इंटेंट लेटर (LOI)
📍 प्रमुख हाइलाइट्स
✅ भारत के पार्टनर्स विथ वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) ग्लोबल क्राइसिस ज़ोन को गढ़वाले चावल की आपूर्ति करने के लिए
✅ खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) के नेतृत्व में पहल
✅ का उद्देश्य दुनिया भर में कमजोर आबादी की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करना है
✅ भारत को मानवीय सहायता में योगदान देने वाले कृषि अधिशेष राष्ट्र के रूप में मान्यता प्राप्त है
📍 ग्लोबल पार्टनरशिप स्पिरिट
✅ वासुधैवा कुटुम्बकम की भावना का प्रतीक है - "दुनिया एक परिवार है"
डब्ल्यूएफपी के उप कार्यकारी निदेशक कार्ल स्काउ द्वारा भारत की समर्थन की प्रशंसा की गई
✅ आपूर्ति श्रृंखला और वैश्विक खाद्य सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत करता है
📍 व्यापक भारत-WFP सहयोग
✅ फोर्टिफाइड राइस रोलआउट और अन्नपुर्टी (अनाज एटीएम)
✅ Jan Poshan Kendra & Smart Warehousing
✅ FLOSPAN (मोबाइल स्टोरेज यूनिट्स)
✅ FEB 2025 WFP कार्यकारी बोर्ड, रोम में चर्चा शुरू हुई
📍 उल्लेखनीय उपस्थित लोग
✅ Ashutosh Agnihotri - CMD, Food Corp of India
✅ एलिजाबेथ फ्यूरे - देश के निदेशक, डब्ल्यूएफपी इंडिया
✅ समीर वानमाली - क्षेत्रीय निदेशक, अपारो
🧠 प्रीलिम्स सवाल
Q. किस संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने भारत ने विश्व स्तर पर मानवीय राहत के लिए गढ़वाले चावल की आपूर्ति के लिए भागीदारी की है?
ए) एफएओ
बी) डब्ल्यूएफपी
ग) यूएनडीपी
d) कौन
✅ उत्तर: (बी) विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी)
📜 मुख्य प्रश्न
Q. मानवीय कूटनीति में भारत की बढ़ती भूमिका विकास में एक वैश्विक भागीदार के रूप में इसके उद्भव को दर्शाती है। डब्ल्यूएफपी फोर्टीफाइड राइस इनिशिएटिव जैसे हाल के सहयोगों के संदर्भ में चर्चा करें।
#Globalhunger #wfp #vasudhaivakutumbakam #gs2 #ir
🗓 25 अगस्त 2025 | हस्ताक्षरित: इंटेंट लेटर (LOI)
📍 प्रमुख हाइलाइट्स
✅ भारत के पार्टनर्स विथ वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) ग्लोबल क्राइसिस ज़ोन को गढ़वाले चावल की आपूर्ति करने के लिए
✅ खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) के नेतृत्व में पहल
✅ का उद्देश्य दुनिया भर में कमजोर आबादी की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करना है
✅ भारत को मानवीय सहायता में योगदान देने वाले कृषि अधिशेष राष्ट्र के रूप में मान्यता प्राप्त है
📍 ग्लोबल पार्टनरशिप स्पिरिट
✅ वासुधैवा कुटुम्बकम की भावना का प्रतीक है - "दुनिया एक परिवार है"
डब्ल्यूएफपी के उप कार्यकारी निदेशक कार्ल स्काउ द्वारा भारत की समर्थन की प्रशंसा की गई
✅ आपूर्ति श्रृंखला और वैश्विक खाद्य सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत करता है
📍 व्यापक भारत-WFP सहयोग
✅ फोर्टिफाइड राइस रोलआउट और अन्नपुर्टी (अनाज एटीएम)
✅ Jan Poshan Kendra & Smart Warehousing
✅ FLOSPAN (मोबाइल स्टोरेज यूनिट्स)
✅ FEB 2025 WFP कार्यकारी बोर्ड, रोम में चर्चा शुरू हुई
📍 उल्लेखनीय उपस्थित लोग
✅ Ashutosh Agnihotri - CMD, Food Corp of India
✅ एलिजाबेथ फ्यूरे - देश के निदेशक, डब्ल्यूएफपी इंडिया
✅ समीर वानमाली - क्षेत्रीय निदेशक, अपारो
🧠 प्रीलिम्स सवाल
Q. किस संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने भारत ने विश्व स्तर पर मानवीय राहत के लिए गढ़वाले चावल की आपूर्ति के लिए भागीदारी की है?
ए) एफएओ
बी) डब्ल्यूएफपी
ग) यूएनडीपी
d) कौन
✅ उत्तर: (बी) विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी)
📜 मुख्य प्रश्न
Q. मानवीय कूटनीति में भारत की बढ़ती भूमिका विकास में एक वैश्विक भागीदार के रूप में इसके उद्भव को दर्शाती है। डब्ल्यूएफपी फोर्टीफाइड राइस इनिशिएटिव जैसे हाल के सहयोगों के संदर्भ में चर्चा करें।
#Globalhunger #wfp #vasudhaivakutumbakam #gs2 #ir
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🔆 “Lectures from Colombo to Almora” – स्वामी विवेकानंद
📘 भारत की आत्मा और नवजागरण का आह्वान
✅ राष्ट्र-निर्माण पर
🗨️ “उठो, जागो और लक्ष्य की प्राप्ति तक रुको मत।”
📌 निबंध में उपयोग: युवा शक्ति, धैर्य, विकास लक्ष्यों की प्राप्ति
✅ समाज-सेवा पर
🗨️ “वही जीवित हैं जो दूसरों के लिए जीते हैं, बाकी तो मृत से भी बदतर हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: लोकसेवा, परोपकार, नैतिक शासन
✅ शक्ति पर
🗨️ “शक्ति ही जीवन है, दुर्बलता ही मृत्यु है।”
📌 निबंध में उपयोग: धैर्य, राष्ट्रीय चरित्र, नैतिक साहस
✅ शिक्षा पर
🗨️ “हमें ऐसी शिक्षा चाहिए जिससे चरित्र का निर्माण हो, मन की शक्ति बढ़े और बुद्धि का विकास हो।”
📌 निबंध में उपयोग: मूल्य आधारित शिक्षा, मानव संसाधन, युवा विकास
✅ भारत की धरोहर पर
🗨️ “भारत अमर है, यदि वह अपनी आध्यात्मिक नींव से जुड़ा रहे।”
📌 निबंध में उपयोग: संस्कृति, अध्यात्म, सभ्यता की पहचान
#essay
📘 भारत की आत्मा और नवजागरण का आह्वान
✅ राष्ट्र-निर्माण पर
🗨️ “उठो, जागो और लक्ष्य की प्राप्ति तक रुको मत।”
📌 निबंध में उपयोग: युवा शक्ति, धैर्य, विकास लक्ष्यों की प्राप्ति
✅ समाज-सेवा पर
🗨️ “वही जीवित हैं जो दूसरों के लिए जीते हैं, बाकी तो मृत से भी बदतर हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: लोकसेवा, परोपकार, नैतिक शासन
✅ शक्ति पर
🗨️ “शक्ति ही जीवन है, दुर्बलता ही मृत्यु है।”
📌 निबंध में उपयोग: धैर्य, राष्ट्रीय चरित्र, नैतिक साहस
✅ शिक्षा पर
🗨️ “हमें ऐसी शिक्षा चाहिए जिससे चरित्र का निर्माण हो, मन की शक्ति बढ़े और बुद्धि का विकास हो।”
📌 निबंध में उपयोग: मूल्य आधारित शिक्षा, मानव संसाधन, युवा विकास
✅ भारत की धरोहर पर
🗨️ “भारत अमर है, यदि वह अपनी आध्यात्मिक नींव से जुड़ा रहे।”
📌 निबंध में उपयोग: संस्कृति, अध्यात्म, सभ्यता की पहचान
#essay
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🔆 हेडियन प्रोटोक्रस्ट के बारे में
📍 यह क्या है?
✅ हेडियन प्रोटोक्रस्ट पृथ्वी की सबसे प्रारंभिक बाहरी क्रस्ट परत को संदर्भित करता है, जो हेडियन युग (~4.0–4.6 अरब वर्ष पहले) के दौरान बनी थी।
✅ शब्द “हेडियन” ग्रीक अधोलोक के देवता हैडेस से लिया गया है — जो एक नरक जैसा प्रारंभिक पृथ्वी दर्शाता है।
📍 हेडियन युग में भूवैज्ञानिक परिस्थितियाँ
✅ पृथ्वी की सतह आंशिक रूप से पिघली हुई थी, जिस पर तीव्र उल्का वर्षा और ज्वालामुखी विस्फोट हो रहे थे।
✅ जैसे-जैसे मैग्मा महासागर ठंडा हुआ, क्रस्ट के टुकड़े बनने लगे।
✅ ये प्रारंभिक क्रस्ट प्रोटो-महाद्वीप बन गए, जो एस्थेनोस्फेरिक मेंटल (~400 किमी गहरा) के ऊपर तैर रहे थे।
📍 प्लेट गतिविधि की शुरुआत
✅ महाद्वीपीय प्लेटें स्लाइड करने, टकराने और सबडक्शन करने लगीं — ये प्रक्रियाएं क्रस्ट में रासायनिक निशान छोड़ती हैं</b।
✅ ये निशान प्लेट टेक्टोनिक्स की उत्पत्ति का पता लगाने में महत्वपूर्ण हैं।
📍 🧪 नया अध्ययन: एक दृष्टिकोण में बदलाव
✅ एक हालिया अध्ययन दिखाता है कि सक्रिय सबडक्शन शुरू होने से पहले भी टेक्टोनिक्स के रासायनिक संकेत मौजूद थे</b।
✅ इसका मतलब है कि महाद्वीपीय क्रस्ट बनने की प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक प्रारंभिक थी — जो पहले से ही हेडियन प्रोटोक्रस्ट में मौजूद थी</b।
#PlateTectonics #geography
📍 यह क्या है?
✅ हेडियन प्रोटोक्रस्ट पृथ्वी की सबसे प्रारंभिक बाहरी क्रस्ट परत को संदर्भित करता है, जो हेडियन युग (~4.0–4.6 अरब वर्ष पहले) के दौरान बनी थी।
✅ शब्द “हेडियन” ग्रीक अधोलोक के देवता हैडेस से लिया गया है — जो एक नरक जैसा प्रारंभिक पृथ्वी दर्शाता है।
📍 हेडियन युग में भूवैज्ञानिक परिस्थितियाँ
✅ पृथ्वी की सतह आंशिक रूप से पिघली हुई थी, जिस पर तीव्र उल्का वर्षा और ज्वालामुखी विस्फोट हो रहे थे।
✅ जैसे-जैसे मैग्मा महासागर ठंडा हुआ, क्रस्ट के टुकड़े बनने लगे।
✅ ये प्रारंभिक क्रस्ट प्रोटो-महाद्वीप बन गए, जो एस्थेनोस्फेरिक मेंटल (~400 किमी गहरा) के ऊपर तैर रहे थे।
📍 प्लेट गतिविधि की शुरुआत
✅ महाद्वीपीय प्लेटें स्लाइड करने, टकराने और सबडक्शन करने लगीं — ये प्रक्रियाएं क्रस्ट में रासायनिक निशान छोड़ती हैं</b।
✅ ये निशान प्लेट टेक्टोनिक्स की उत्पत्ति का पता लगाने में महत्वपूर्ण हैं।
📍 🧪 नया अध्ययन: एक दृष्टिकोण में बदलाव
✅ एक हालिया अध्ययन दिखाता है कि सक्रिय सबडक्शन शुरू होने से पहले भी टेक्टोनिक्स के रासायनिक संकेत मौजूद थे</b।
✅ इसका मतलब है कि महाद्वीपीय क्रस्ट बनने की प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक प्रारंभिक थी — जो पहले से ही हेडियन प्रोटोक्रस्ट में मौजूद थी</b।
#PlateTectonics #geography
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🔆 विधानसभाओं की गरिमा पर लोक सभा के अध्यक्ष
📍 श्री ओम बिड़ला के मुख्य बयान
✅ “स्वतंत्रता भाषण की अनुमति नहीं है कि सदन की गरिमा को कम किया जाए”
✅ विधायकों को स्वतंत्र, निष्पक्ष और गरिमापूर्ण बहस सुनिश्चित करनी चाहिए
✅ भाषा, विचार और अभिव्यक्तियाँ लोकतांत्रिक शक्ति को दर्शानी चाहिए
✅ सभापति सदन की शिष्टता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
✅ सभी दलों को नियमों, परंपराओं और रीतियों का सम्मान करना चाहिए
✅ सरकार की आलोचना की स्वतंत्रता शिष्टाचार के साथ संतुलित होनी चाहिए
📍 प्रसंग
✅ सभापतियों के सम्मेलन के समापन सत्र
✅ अवसर: श्री विट्ठलभाई पटेल के चुनाव की शताब्दी के रूप में केंद्रीय विधायी सभा के पहले भारतीय अध्यक्ष
📍 श्री विट्ठलभाई पटेल की विरासत पर
✅ सच्ची सेवा और लोकतांत्रिक आदर्शों का प्रतीक
✅ विधायी माध्यमों से भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया
✅ विधायी गरिमा और संस्थागत आचरण को प्रेरित किया
📍 अध्यक्ष की अपील
✅ राजनीतिक दलों से आग्रह:
• संसदीय विशेषाधिकारों को जिम्मेदारी से बनाए रखें
• सार्थक कानून निर्माण के माध्यम से जनता की आवाज़ को संरक्षित करें
• सदनों में रचनात्मक असहमति को बढ़ावा दें
📍विठ्ठलभाई पटेल: केंद्रीय विधायी सभा के पहले भारतीय अध्यक्ष
📍 प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
✅ जन्म: 27 सितंबर 1873, करमसद, गुजरात
✅ इंग्लैंड में कानून की पढ़ाई की, बाद में बॉम्बे में अभ्यास किया
📍 राजनीतिक करियर की मुख्य बातें
✅ बॉम्बे विधायी परिषद (1912) के लिए चुने गए
✅ इम्पीरियल विधायी परिषद (1918) के लिए चुने गए
✅ 1924 में बॉम्बे से केंद्रीय विधायी सभा के लिए चुने गए
✅ 22 अगस्त 1925 को केंद्रीय विधायी सभा के पहले भारतीय अध्यक्ष बने
✅ दो कार्यकाल तक सेवा दी; 1930 में कांग्रेस कार्य समिति में शामिल होने के लिए इस्तीफा दिया
📍 स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका
✅ चौरी चौरा के बाद गांधी के असहयोग आंदोलन (1922) के निलंबन का विरोध किया
✅ मोटिलाल नेहरू, सुभाष बोस, और सी.आर. दास के साथ स्वराज पार्टी (1923) की सह-स्थापना की
✅ राष्ट्रीय स्वतंत्रता के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर काम किया
📍 विरासत और स्मरण
✅ 22 अक्टूबर 1933 को जिनेवा, स्विट्जरलैंड में निधन
✅ 2025 में उनकी अध्यक्षता की 100वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी — दिल्ली में ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्मरण
।
#ParliamentaryDignity #GS2 #Polity #prelims #mains #history
जुड़ें @CSE_EXAM
@upsc_4_history
📍 श्री ओम बिड़ला के मुख्य बयान
✅ “स्वतंत्रता भाषण की अनुमति नहीं है कि सदन की गरिमा को कम किया जाए”
✅ विधायकों को स्वतंत्र, निष्पक्ष और गरिमापूर्ण बहस सुनिश्चित करनी चाहिए
✅ भाषा, विचार और अभिव्यक्तियाँ लोकतांत्रिक शक्ति को दर्शानी चाहिए
✅ सभापति सदन की शिष्टता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
✅ सभी दलों को नियमों, परंपराओं और रीतियों का सम्मान करना चाहिए
✅ सरकार की आलोचना की स्वतंत्रता शिष्टाचार के साथ संतुलित होनी चाहिए
📍 प्रसंग
✅ सभापतियों के सम्मेलन के समापन सत्र
✅ अवसर: श्री विट्ठलभाई पटेल के चुनाव की शताब्दी के रूप में केंद्रीय विधायी सभा के पहले भारतीय अध्यक्ष
📍 श्री विट्ठलभाई पटेल की विरासत पर
✅ सच्ची सेवा और लोकतांत्रिक आदर्शों का प्रतीक
✅ विधायी माध्यमों से भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया
✅ विधायी गरिमा और संस्थागत आचरण को प्रेरित किया
📍 अध्यक्ष की अपील
✅ राजनीतिक दलों से आग्रह:
• संसदीय विशेषाधिकारों को जिम्मेदारी से बनाए रखें
• सार्थक कानून निर्माण के माध्यम से जनता की आवाज़ को संरक्षित करें
• सदनों में रचनात्मक असहमति को बढ़ावा दें
📍विठ्ठलभाई पटेल: केंद्रीय विधायी सभा के पहले भारतीय अध्यक्ष
📍 प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
✅ जन्म: 27 सितंबर 1873, करमसद, गुजरात
✅ इंग्लैंड में कानून की पढ़ाई की, बाद में बॉम्बे में अभ्यास किया
📍 राजनीतिक करियर की मुख्य बातें
✅ बॉम्बे विधायी परिषद (1912) के लिए चुने गए
✅ इम्पीरियल विधायी परिषद (1918) के लिए चुने गए
✅ 1924 में बॉम्बे से केंद्रीय विधायी सभा के लिए चुने गए
✅ 22 अगस्त 1925 को केंद्रीय विधायी सभा के पहले भारतीय अध्यक्ष बने
✅ दो कार्यकाल तक सेवा दी; 1930 में कांग्रेस कार्य समिति में शामिल होने के लिए इस्तीफा दिया
📍 स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका
✅ चौरी चौरा के बाद गांधी के असहयोग आंदोलन (1922) के निलंबन का विरोध किया
✅ मोटिलाल नेहरू, सुभाष बोस, और सी.आर. दास के साथ स्वराज पार्टी (1923) की सह-स्थापना की
✅ राष्ट्रीय स्वतंत्रता के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर काम किया
📍 विरासत और स्मरण
✅ 22 अक्टूबर 1933 को जिनेवा, स्विट्जरलैंड में निधन
✅ 2025 में उनकी अध्यक्षता की 100वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी — दिल्ली में ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्मरण
🧠 प्रारंभिक प्रश्न
प्र. ब्रिटिश भारत में केंद्रीय विधायी सभा के पहले भारतीय अध्यक्ष कौन थे?
क) जवाहरलाल नेहरू
ख) विट्ठलभाई पटेल
ग) राजेंद्र प्रसाद
घ) बाल गंगाधर तिलक
✅ उत्तर: (ख) विट्ठलभाई पटेल
📜 मुख्य प्रश्न
प्र. लोकतंत्र की गुणवत्ता उसके विधायी कार्यवाही की गरिमा से जानी जाती है। इस संदर्भ में, विधायी शिष्टाचार की चुनौतियों की समीक्षा करें और संसद तथा राज्य विधानसभाओं की अखंडता बनाए रखने के लिए सुधार सुझाएं
।
#ParliamentaryDignity #GS2 #Polity #prelims #mains #history
जुड़ें @CSE_EXAM
@upsc_4_history
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🔆 “The Burning Forest: India’s War in Bastar” – नंदिनी सुंदर
📘 भारत के आदिवासी क्षेत्र में युद्ध और संघर्ष की कहानी
✅ आदिवासी अधिकारों पर
🗨️ “सरकार की मुख्य चिंता आदिवासी लोगों की भलाई नहीं है, बल्कि जंगल और उसकी संपत्तियों पर नियंत्रण है।”
📌 निबंध में उपयोग: आदिवासी अधिकार, शासन, सतत विकास
✅ संघर्ष और शासन पर
🗨️ “समस्या यह नहीं है कि राज्य के पास नीतियाँ नहीं हैं, बल्कि यह है कि वे नीतियाँ अक्सर दोषपूर्ण, अधूरी या ऐसी तरीके से लागू की जाती हैं जो और अधिक संघर्ष को बढ़ाती हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: राज्य विफलता, संघर्ष समाधान, शासन की चुनौतियाँ
✅ सामाजिक न्याय पर
🗨️ “आदिवासी लोगों का न्याय, गरिमा और स्वायत्तता के लिए संघर्ष भी उन संरचनाओं के खिलाफ है जिन्होंने दशकों तक उन्हें नजरअंदाज किया।”
📌 निबंध में उपयोग: सामाजिक न्याय, मानव अधिकार, असमानता
✅ विकास और सैनिकीकरण पर
🗨️ “इन क्षेत्रों में विकास को अक्सर सैनिकीकरण के साथ जोड़ दिया जाता है, जो लोगों की कठिनाइयों को और बढ़ा देता है।”
📌 निबंध में उपयोग: विकास बनाम सैनिकीकरण, नैतिक विकास, मानव विकास
✅ नागरिक अधिकारों पर
🗨️ “आदिवासी क्षेत्रों में लोकतांत्रिक राज्य के आधुनिक स्वरूप पर सवाल उठाए जा रहे हैं, जहां कानून का शासन अक्सर अनुपस्थित होता है।”
📌 निबंध में उपयोग: कानून का शासन, नागरिक अधिकार, लोकतंत्र और उसकी चुनौतियाँ
#essay
📘 भारत के आदिवासी क्षेत्र में युद्ध और संघर्ष की कहानी
✅ आदिवासी अधिकारों पर
🗨️ “सरकार की मुख्य चिंता आदिवासी लोगों की भलाई नहीं है, बल्कि जंगल और उसकी संपत्तियों पर नियंत्रण है।”
📌 निबंध में उपयोग: आदिवासी अधिकार, शासन, सतत विकास
✅ संघर्ष और शासन पर
🗨️ “समस्या यह नहीं है कि राज्य के पास नीतियाँ नहीं हैं, बल्कि यह है कि वे नीतियाँ अक्सर दोषपूर्ण, अधूरी या ऐसी तरीके से लागू की जाती हैं जो और अधिक संघर्ष को बढ़ाती हैं।”
📌 निबंध में उपयोग: राज्य विफलता, संघर्ष समाधान, शासन की चुनौतियाँ
✅ सामाजिक न्याय पर
🗨️ “आदिवासी लोगों का न्याय, गरिमा और स्वायत्तता के लिए संघर्ष भी उन संरचनाओं के खिलाफ है जिन्होंने दशकों तक उन्हें नजरअंदाज किया।”
📌 निबंध में उपयोग: सामाजिक न्याय, मानव अधिकार, असमानता
✅ विकास और सैनिकीकरण पर
🗨️ “इन क्षेत्रों में विकास को अक्सर सैनिकीकरण के साथ जोड़ दिया जाता है, जो लोगों की कठिनाइयों को और बढ़ा देता है।”
📌 निबंध में उपयोग: विकास बनाम सैनिकीकरण, नैतिक विकास, मानव विकास
✅ नागरिक अधिकारों पर
🗨️ “आदिवासी क्षेत्रों में लोकतांत्रिक राज्य के आधुनिक स्वरूप पर सवाल उठाए जा रहे हैं, जहां कानून का शासन अक्सर अनुपस्थित होता है।”
📌 निबंध में उपयोग: कानून का शासन, नागरिक अधिकार, लोकतंत्र और उसकी चुनौतियाँ
#essay
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