सांवली लड़कियाँ
धूप की उस नस्ल से आती हैं
जो खेतों में झुकी औरतों की पीठ पर
पसीने के संग आई थी।
शरमाने पे
उनके गाल गुलाबी नहीं होते,
ना वे काजल से आँखें धारदार बनाती हैं।
उनकी बोली में कोई राग नहीं,
एकदम से कच्चे आम की खटास होती है।
वे जल्दी लड़कों की “क्रश” नहीं बनतीं,
क्योंकि ये देश “रूप” को सिर्फ़ गोरेपन में मापता है।
और सांवली लड़कियाँ के शून्य दशमलव पाँच एनएम की त्वचा के भीतर,
फ़ेयर एंड लवली क्रीम दाखिल कहाँ हो पाती है।
लेकिन एक दिन
ये लड़कियाँ अपने पैरों से धूल झाड़ते हुए कहेंगी—
“हम गोरी क्यों हों?
हम तो धूप की बेटियाँ हैं।
हम तो लाल जलती हुई लकड़ी पे सिंकी रोटियाँ हैं।
हम अपने रंग में
अपने पुरखों की धूप , दुख, और आत्मा लिए जन्मी हैं!”
सांवली लड़कियाँ
नीम की छाँव जैसी होती हैं,
झीनी ,कड़वी, मगर ठंडी।
जिनकी छाया में
इंकलाब उगता हैं।
धूप की उस नस्ल से आती हैं
जो खेतों में झुकी औरतों की पीठ पर
पसीने के संग आई थी।
शरमाने पे
उनके गाल गुलाबी नहीं होते,
ना वे काजल से आँखें धारदार बनाती हैं।
उनकी बोली में कोई राग नहीं,
एकदम से कच्चे आम की खटास होती है।
वे जल्दी लड़कों की “क्रश” नहीं बनतीं,
क्योंकि ये देश “रूप” को सिर्फ़ गोरेपन में मापता है।
और सांवली लड़कियाँ के शून्य दशमलव पाँच एनएम की त्वचा के भीतर,
फ़ेयर एंड लवली क्रीम दाखिल कहाँ हो पाती है।
लेकिन एक दिन
ये लड़कियाँ अपने पैरों से धूल झाड़ते हुए कहेंगी—
“हम गोरी क्यों हों?
हम तो धूप की बेटियाँ हैं।
हम तो लाल जलती हुई लकड़ी पे सिंकी रोटियाँ हैं।
हम अपने रंग में
अपने पुरखों की धूप , दुख, और आत्मा लिए जन्मी हैं!”
सांवली लड़कियाँ
नीम की छाँव जैसी होती हैं,
झीनी ,कड़वी, मगर ठंडी।
जिनकी छाया में
इंकलाब उगता हैं।
👍9❤1
ना रूठना तूम हमसे कभी,
हमें तो मनाना भी नहीं आता....!!❣️
चाहत कितनी है तुम्हारे लिये दिल में,
हमें तो यह बताना भी नहीं आता... ❣️
इन्तेजार करते है तुमसे कब मिले,
तुमसे मिलने का कोई बहाना नहीं आता....!!✍️🥀
हमें तो मनाना भी नहीं आता....!!❣️
चाहत कितनी है तुम्हारे लिये दिल में,
हमें तो यह बताना भी नहीं आता... ❣️
इन्तेजार करते है तुमसे कब मिले,
तुमसे मिलने का कोई बहाना नहीं आता....!!✍️🥀
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रात मे जुगनू की झगमगाहट,
आसमाँ मे तारों की झिलमिलाहट,
ठंडी वादियों में हवाओं की सरसराहट,
इन सबसे भी खूबसूरत है
आपके चेहरे की मुस्कुराहट.
nightvibes
आसमाँ मे तारों की झिलमिलाहट,
ठंडी वादियों में हवाओं की सरसराहट,
इन सबसे भी खूबसूरत है
आपके चेहरे की मुस्कुराहट.
nightvibes
🥰5
हों सके तो मुझें मेरे मौन से समझ जाना,
खुल कर बोल पाना मेरे बस में नहीं है...
टूटी हुई सांसों में छुपे राज़ पढ़ लेना,
हर दर्द लफ़्ज़ों में कह पाना मुमकिन नहीं है...
ख़्वाबों के जनाज़े उठे हैं हर एक रात,
अब नींद से रिश्ता भी अपना नहीं है...
आँखों में नमी है, पर कोई आंसू नहीं गिरता,
हमने ग़मों से भी कहना सीखा, "बस, अब नहीं है"...
चेहरे पे हँसी है, दिल में वीराना बसा है,
हमने जहाँ छोड़ा, वहाँ अब कोई नहीं है...
🖤🥀✨
खुल कर बोल पाना मेरे बस में नहीं है...
टूटी हुई सांसों में छुपे राज़ पढ़ लेना,
हर दर्द लफ़्ज़ों में कह पाना मुमकिन नहीं है...
ख़्वाबों के जनाज़े उठे हैं हर एक रात,
अब नींद से रिश्ता भी अपना नहीं है...
आँखों में नमी है, पर कोई आंसू नहीं गिरता,
हमने ग़मों से भी कहना सीखा, "बस, अब नहीं है"...
चेहरे पे हँसी है, दिल में वीराना बसा है,
हमने जहाँ छोड़ा, वहाँ अब कोई नहीं है...
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🥰2❤1😍1
How I feel when he is around me
✨
उसका वजूद मेरे हर तसव्वुर में हैं
वो आस-पास है इस बात से मुझे सुकुन हैं
✨
वो मेरे दिल का करार है
प्यार,मोहब्बत, इश्क, वफ़ा, शिद्दत, जज्बा, दिलरुबा,दिलनशी, महबूब, रक्स, तलाश शरारत, बेकरारी हयात
सब है वो...♡
✨
दिल - निहाद को मैं दिल भर के देखती हूं
उसे हंसते हुएं, देख कर ख़ुद भी हंसती हूं
✨
मुतासिर ए लहज़ा कितना नायब हैं वो चांद हैं
जो ज़मी पर आज मेरे आस- पास है
✨
मुझे शायरी लिखनी नहीं आतीं, फिर भी उसको देख अल्फ़ाज़ ख़ुद ब खुद कागजों पर बयां हो जाते है
✨
हाय ये आंखें मेरी कासिद का काम करने लगी
उसको चुपके से जा कर मिलने लगी
✨
मुझे लगता है वो मेरे ही अश्क का
दूसरा रूप है कोहिनूर है
✨
जब कभी वो मुझे मेरे आस- पास नज़र आता हैं
न जाने ख़ुद ब खुद ये दिल मुस्कुराता हैं
✨
हर सहर जब उठती हूं एक नए वस्ल के साथ
वो मुझे गुल-पोश नज़र आता है
अरमान
आरज़ू
तमन्ना
ख्वाहिश
✨
हम-राज
हम-साया
हम- दम
हम-सफ़र सब नज़र आता हैं
✨
जब वो मेरे आस - पास होता हैं
आँखें मेरी चुपके से क़ासिद का काम करने लगी
छुप - छुप कर उससे मिलने लगी
✨
और हां वो मेरे आस पास हैं
इससे मुझे सुकून मिलता हैं
हर सुबह ये सोच जिंदगी में सुरूर खिलता हैं
✨💭💯
AAYUUU
👍2🔥2😘1